समय बदलत बा आ समय का साथे नया नया चीज, नया नया प्रणाली आ नया नया साधन निकलत जात बा. बहुते पाठक लोग के शिकायत रहल कि अँजोरिया उनुका मोबाइल भा स्मार्टफोन पर ठीक से नइखे देखल जात. एह चलते अँजोरिया के स्टाइल बदले के पड़ल बा. अब अँजोरिया के रउरा अपना मोबाइलो पर बढ़िया से देख पढ़ सकीलें.
हँ मोबाइल पर देखत घरी कुछ बदलाव जरूर लउकी. जइसे कि ओह पर ऊपर वाला मेनू, बगल वाला कॉलम ना नजर आई. बाकिर मोबाइल पर साइट देखे पढ़े वाला लोग के नयका सामग्री चाहेला आ ऊ उपलब्ध रही.
आशा करत बानी कि एह बदलाव से रउरा सुविधा मिली.
हमेशा रउरा साथ रहे के कोशिश में
अँजोरिया

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8 thoughts on “समय का साथे कदमताल कइल जरूरी रहे”
  1. अमृतांशु जी,
    रउरा बाति से हम सौ फीसदी सहमत बानी. लुक बढ़िया नइखे लागत. बाकिर मोबाइल वर्जन करे खातिर डिजाइन थीम बदले के पड़ल बा. तनी समय दीं. कुछ दिन में एह नया थीम पर काम कर के हम एकरो के नया आ खूबसूरत लुक देब, ई तय मानी.

  2. संपादक जी ,
    नमस्कार !
    अंजोरिया के नया चेहरा देखनी त देखते रह गइनी एह से ना की बहुत बढ़िया लगत बा .साँच कहीं त हमके ना आच्छा लागल . खैर आपन-आपन पसंद होखेला . गलती -सही माफ़ी चाहत बनी .
    ओ.पी.अमृतांशु

  3. अब ?
    धन्यवाद, चंदन जी. रउरा नइखे मालूम कि रउरा कतना सहायता करत बानी. एह तरह के सुझाव आ शिकायतन के हमेशा स्वागत बा.

  4. शीर्सक के फांट आकार तनी बड़ लागता। ई मत मानल जाव कि कइसन आदमी हम बानी, कि संतुस्ट होतहीं नइखीं। धीरे-धीरे पुरनका से नयका चेहरा बइठ जाई मन में, तब ठीक लागे लागी। नाया चेहरा तनी असहज त करबे करेला। …

  5. साइज बढ़ा दिहनी. अब ठीक लागत होई ?

कुछ त कहीं......

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