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ई कवना देश के नक्शा हऽ ?

by | Apr 16, 2011 | 2 comments

कहल जाला गरीब के जोरू गाँव भर के भउजाई ! अगर राउर देश कमजोर बा त केहू रउरा के अँगुरी कर सकेला. देख लीं. उहे गूगल जवन चीन का सोझा घिघीयात रहेला, ओकर हर शर्त माने के तइयार रहेला, भारत का साथे का कर रहल बा. गूगल पर एक जमाना से हम एनालिटिक सेवा ले रहल बानी बाकिर आजु जवन देखनी हऽ दिमाग के धक्का दे दिहलसि. लागल कि केहू करेजा काढ़ लिहले होखे.

अँजोरिया के पाठक दुनिया के अनेके देश से आवेले आ भारतो के अनेके शहर से. गूगल एनालिटीक एकरा पाठकन का बारे में बहुत तरह के जानकारी देला. बाकिर आजु जइसन हिन्दुस्तान के नक्शा ऊ कहियो ना देखावत रहे. हँ पूरा दुनिया के नक्शा पर हिन्दुस्तान के नक्शा का साथ छेड़खानी त ऊ ढेर दिन से करत आइल बा बाकिर जब बात देश स्तर के आवत रहे त भारत के नक्शा भारत जइसन रहत रहे. आजु कुछ दिन का अंतराल पर गूगल एनालिटीक पर गइनी हँ त हिन्दुस्तान के नक्शा चिन्हाते नइखे. जम्मू काश्मीर के आ अरुणाचल प्रदेश के ऊ हिन्दुस्तना के नक्शा में नइखे देखावत आ ई बात आपत्तिजनक बा. देश में हर स्तर से गूगल का खिलाफ आवाज उठे के चाहीं आ भारत सरकार के चाहीं कि ऊ गूगल का साथ कड़ाई से पेश आवो. विरोध स्वरूप हम आजु से गूगल के एनालिटीक सेवा लिहल बन्द कर रहल बानी आ पूरा हिन्दुस्तान के हिन्दुस्तानियन से निहोरा करत बानी कि ऊ कवनो रूप में गूगल के सेवा मत लेव. गूगल मेलो के सेवा लिहल जल्दिये बन्द कर देब. ओहमें कुछ समय लागी काहे कि कुछ जरुरी काम में ओह इमेल के इस्तेमाल भइल बा.

अब से सगरी लोग से निहोरा बा कि हमरा गुगल वाला मेल आईडी पर कवनो मेल मत भेजीं.

राउर,
संपादक, अँजोरिया

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2 Comments

  1. OP_Singh

    पाण्डेय जी,

    नमस्कार.

    जहाँ तक नक्शा के सवाल बा भारत के उहे नक्शा प्रामाणिक ह जवन भारत सरकार देखावेले आ जवन हमनी का आँखि में, दिल में बसल बा..

    साँच बात बा कि भारत के कुछ जमीन दोसरा देश के कब्जा में बा आ भारत के कुछ हिस्सा पर चीन के गलत दावा बा. बाकिर एह तथ्य से भारत के नक्शा ना बदलल जा सके. काहे कि अगर नक्शा बदल दिहल जाव त फेर ओह जमीन पर हमनी के हक कइसे रहि जाई.

    अब बात बा गूगल आ भारत के बीच के. गूगल के कवनो अधिकार नइखे कि भारत के गलत नक्शा देखावल करे. अगर ऊ गलत देखावत बा त भारत सरकार के एह पर कड़ा प्रतिवाद करे के चाहीं.

    दुख के बात बा कि काल्हु से कई गो टीवी चैनल आ अखबारन के प्रतिनिधियन से बात भइल त ओह चैनल भा अखबारन के कहना बा कि ई बात खबर बने लायक नइखे.

    संदेश खातिर धन्यवाद सहित
    राउर,
    संपादक

  2. प्रभाकर पाण्डेय

    संपादकजी,
    सादर नमस्कार,
    वास्तव में इ त बहुते गंभीर मामला बा…अउर ए पर मिडिया चाहें सरकार चुप काहें बा….इ पता नइखे चलत…सच्चाई के पता चले के चाहीं…इहवाँ हम ओ सच्चाई के बात क रहल बानी जवने की बारे में कहीं..केहू की द्वारा बातचीत में सुनले बानी….
    कुछ लोग त इहाँ ले कहेला कि भारत के जवन नक्सा (अधिकारिक तौर पर)देखावल जाला उ वास्तविक नइखे…ए में बहुत सारा भाग या तो पाकिस्तान या चाहें चीन की कब्जा में बा…पर सरकार भारतीय जनता की सामने इ बात लेआवत नइखे अउर एकदम पुरनके नक्सा देखावतिया।….
    खैर ए में केतना सही बा अउर केतना गलत इ त पता नइखे पर कुछ भी हो..देस से जुड़ल हर बातन के गंभीरता से लेबे के चाहीं…अउर सरकार के गूगल से तुरत बात करे के चाहीं…हम त इहाँ तक कहबि की अगर गूगल के गलती बा (पता ना का सही बा) त सरकार चाहें मिडिया के चुप बइठले के ताक नइखे…अउर गूगल के बहिस्कार जरूरी बा…
    अगर गूगल के गलती निकलता त हम पूरी तरे से एकर तेयाग क देइबि पर वास्तविकता के पता चलले की बादे।
    सादर।।

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