प्रधानमंत्री के कुर्सी के ललायित नरेन्द्र मोदी बिहार के जनता से आपन कइल वादा भुला गइलन . चुनावी रैली आ चाय के चर्चा के दौरान कहत फिरत रहन कि हम बिहार के विशेष राज्य के दर्जा दिलाइब . हम बिहार के विकास खातिर विशेष आर्थिक पैकेज ले के आइब. सोमवार के जब भाजपा के घोषणा -पत्र आइल ओहमे विशेष राज्य के दर्जा त दूर के बात बा, बिहार के नाम तक नइखे .
प्रधनमंत्री के कुर्सी पावे खातिर हर पार्टी के लोग बिहार आ उत्तर प्रदेश के सिट पे नजर गड़ावेला . इहे भाजपा के नेता लोग बिहार के विशेष राज्य के दर्जा दिलावे खातिर कसम खात रहे . अब साफ हो गइल बिहार के केहू आगे बढ़ल नइखे देवल चाहत .
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कहना बा- भाजपा के घोषण- पत्र बिहार विरोधी बा . असम के बाढ़ समस्या सुलझावे के जिक्र त बा, बिहार के उल्लेख नइखे, जबकि बिहार देश के सबसे आधिक बाढ़ग्रस्त राज्य हउए . जबतक बिहार के आपन ताकत ना होखी, दोसर पार्टी बिहार के राजनैतिक सौदेबाजी के मंच बनाके रखी .
बिहार के विशेष राज्य के दर्जा दिलवावे के आपन वादा के घोषणा-पत्र में शामिल ना करके भाजपा बहुत बड़ धोखा देले बिया बिहार के जनता-जनार्दन के साथे . अइसे में अगर भाजपा के खिलाफ माहौल बन जाई त सउंसे गुड़ गोबर हो जाई .
– ओमप्रकाश अमृतांशु