‘नसीब तो उनकरो होला जिनका हाथ में लकीर ना होखे … ‘, लेकिन नसीब वाला हाथ जब आपन नसीब खुद लिखे का जिद पर अड़ जालें त बात बने ना बिगड़ जाले.
डायरेक्टर रवि कश्यप अपना अगिला फिल्म “नसीब” में एही फोर्मुला के नवहियन के बढ़ता महत्वाकांक्षा आ ओकरा खराब परिणामन के बहुते रोचक अंदाज़ में पेश करे जात बाड़े. भोजपुरिया इलाका में बेरोजगारी के समस्या आ राह भटकल नवहियन के अपना मकसद खातिर गलत इस्तेमाल करिके आपन हित साधे के नेतवन के चाल एगो बड़हन समस्या बनि गइल बा. एही विषय के निर्देशक रवि कश्यप अपना फिलिम “नसीब” में उठवले बाड़न.
हालही में एह फिल्म के भव्य मुहूर्त कइल गइल.
निर्माता सेवियों फर्नांडिस आ अनीता कश्यप के एह फिल्म में मनोज पांडे आ स्मृति सिन्हा मुख्य किरदार में आ साथ में खुशी गुप्ता, बाल गोविन्द बंजारा, राम सुजन सिंह जइसन नामचीन सितारा मौजूद रहीहें. संगीत देत बाड़े ओम प्रकाश पाठक. फिल्म के खासियत ई बा कि पहिला बेर कवनो भोजपुरी फिल्म में हेलीकॉप्टर स्टंट सीन्स फिल्मावल जाई.
शूटिंग एक अप्रैल से बिहार आ गोवा में करावल जाई.
( स्पेस क्रिएटिव मीडिया के रपट से)