बिहार के मधुबनी से आइल अजीत निराला अब ले हिंदी, भोजपुरी, मैथिली, राजस्थानी, असामी वगैरह अनेके भाषा में पूरा भारत में स्टेज शो कर चुकल बाड़ें आ कइले जात बाड़न. अजीत निराला के कहना बा कि एहिजा तकले के सफर तय करे में बहुते संघर्ष करे के पड़ल. पहिला मौका मिलल रहे जोरहाट, आसाम में जहाँ रफ़ी साहब क यादगार गीत ‘ये दुनिया ये महफ़िल…’ गवला पर उनुका के ‘मो. रफ़ी स्मृति अवार्ड’ दिहल गइल रहे. बाकिर मुंबई अइला पर एगो लमहर संघर्ष क बाद ‘बजाओ डाट कॉम. के सी.एम.डी. आशुतोष पांड़े से भेंट भइला का बाद उनुकर राह आसान हो गइल आ उनुके प्रयास से ‘मोहल्ला में बवाल हो गईल’ में गीत गावे के मौका मिलल जवना ला ई अवार्डो मिलल. कहलन कि ऊ हमेशा उनकर आभारी रहीहें.
अजीत निराला आर.के. फिल्म क्रियेशन के फिल्म ‘भौजी दबंग’ आ ‘अग्नि शपथ’ में गीत गावत बाड़ें.एह गीतन के विनय बिहारी लिखले बाड़न. .
(अपना न्यूज के संशोधित रपट)