के कहेला कि आसमान में सुराख ना हो सके. बस तबियत से एगो ढेला फेंकला क जरूरत बा. गैर फिल्मी माहौल से फिलिमन में घुसल आसान ना होखे बाकिर एकरा के वास्तविक रूप देबे में लागल बाड़ी सिनेमा भोजपुरी क नवोदित अदाकारा सिमरन कौर. हालांकि सिमरन ला ई राह आसान ना रहुवे. व्यवसायिक पृष्टभूमि से आवे वाली सिमरन के फिलिमन में आवे खातिर सबले पहिला लड़ा घरे में लड़े पड़ल, बाकिर ऊँच महत्वाकांक्षा आ कलाकार क मन आखिर कब ले चुप बइठीत. ढेरे मशक्कत क बाद परिवार क मंजूरी मिलल. फेर का रहे, सिमरन अपना सपना में रंग भरल शुरू कर दिहली. कोशिश सफल भइल निर्देशक पारस सिंह क फिल्म ‘तन तुलसी मन गंगा’ में अभिनेत्री बन के. एह फिलिम में ऊ दीपक दूबे क साथे रहली.
अपना कॉलेज में बारहवीं में पढ़त घरी दू तीन गो नृत्य आ गीत ला सिमरन के पुरस्कार मिलल रहुवे. अतने ना मुम्बई में वाई एन सी ए आयोजित नृत्य संगीत प्रतियोगिता में नृत्य ला पहिलका इ गवनई ला दुसरका जगहा पर आइल रही सिमरन.
सिक्ख परिवार में जनमल सिमरन क शिक्षा दीक्षा मुम्बईए में भइल. अब ले एगो फिलिम में काम कर चुकल सिमरन मानेली कि अबहीं त शुरुआत भइल बा असल त बाकी बा. अबहीं जिनिगी में अनेके इम्तिहान देबे क बा.
सिमरन चाहेली कि फिल्म इंडस्ट्री में लोग बाग उनुका के नीमन हसीन अदाकारा क रूप में जानसु. चाहेली कि उनुकर मेहनते उनुकर पहि्चान बने. फिल्हाल सिमरन मशहूर निर्देशक शाद कुमार क गौतम गोविन्दा, ‘भईल तोहरा से प्यार आई लव व्यू,’ आ दू गो अनाम फिलिमन में काम कर बाड़ी, आ एह घरी भईल तोहरा से प्यार क शुटिंग में व्यस्त बाड़ी.
(दिनेश यादव के रपट)
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