“मन होके पतंग, झूमे अंग अंग, बरसे ला रंग फगुनवा में…
….बरसे ला रंग फगुनवा में…”
ई गीत अमिताभ बच्चन के अपने आवाज़ में रहुवे आ ऊ रंग से पोताइल सराबोर रहले. अगल बगल रहे जया बच्चन, दिनेशलाल यादव ‘निरहुआ’, पाखी हेगड़े आ जूनियर कलाकारन के भीड़. सबकेहु होरी के होरिहार बनल मदमस्त-थिरकत फिल्म “सिलसिला” के ईयाद देआवत रहुवे – “रंग बरसे भींगे चुनर वाली…”. ऊ गीत जवना बिना होरी अधूरा लागेला. अमिताभ फिल्मसिटी स्टूडियो में उहे माहौल बना रखले रहले. फिलिम रहे उनुका मेकअप मैन दीपक सावंत के निर्माण -“गंगादेवी”.
“सिलसिला” आ “बागवान” में अमिताभ के सिनेमा परदा पर के होरी लोग के आजुवो इयाद बा. एक बेर फेर उहे करिश्मा ऊ भोजपुरी फिल्म ” गंगादेवी” में कर देखवले. शूटिंग पर पूरा माहौल उत्तर भारत के कवनो गाँव में होखे वाली होरी के नजारा पेश करत रहुवे. एह दृश्य में जया बच्चनो अमिताभ से लिपट के होरी खेलत गाना गावत बाड़ी – “पिया ले ला गुलाल, लूट लss बहार फगुनवा में..”. साथ में दिनेशलाल यादव ‘निरहुआ’ आ पाखी हेगड़े आ सगरी कलाकारो नाचे-गावे में मस्त रहले. निरहुआ अपना आवाज़ में छेड़खानी करत गवले – “बुढ़वा मलाई खाला, बुढ़िया खाले लपसी, रंग पोतवा के पतोहिया लगे सेक्सी…!”
खुद बिग बी के भरोसा बा कि फिल्म के होली गीत सिलसिला के रंग बरिसे जइसे रंग बरसाई.
फिल्म “गंगादेवी” में दिनेशलाल, अमिताभ आ जया बच्चन के बिगडल बेटा बनल बाड़े आ पाखी ओह लोग के पतोहु. पाखी “गंगादेवी” गाँव के सरपंच हई जबकि दिनेशलाल विधायक गुलशन ग्रोवर के दाहिना हाथ.
निर्देशन करत बाड़े अभिषेक चड्ढ़ा. जे एहसे पहिलहु अमिताभ का साथे “गंगा” आ “गंगोत्री” बना चुकल बाड़े. अगिला फिल्म होखी गंगाराम जी.
( स्पेस क्रिएटिव मीडिया के रपट से)