भोजपुरी फिल्मों के वर्सेटाईल एक्टर राजीव दिनकर की अब तक जितनी भी फिल्में प्रदर्शित हुई सभी की सभी सुपर डुपर हिट रहीं. उनकी फिल्में ‘बलिदान’, ‘लाट साहब’, ‘केहू हमसे जीत ना पाई’ और अब इस साल की सबसे बड़ी हिट फिल्म ‘सुगना’ ने एक बात साबित कर दिया कि राजीव दिनकर पर पूरा भरोसा किया जा सकता है. ‘लाट साहब’ में जहां राजीव दिनकर टपोरी टाईप के कॉलेज ब्वाय की भूमिका में थे वहीं ‘बलिदान’ में वे कॉलेज ब्वाय तथा एक बागी नायक की भूमिका में लोगों का दिल जीत ले गये. ‘केहू हमसे जीत ना पाई’ में राजीव दिनकर एक लवर ब्वाय की भूमिका में थे. डॉ. विजाहत करीम तथा सुरोहिता करीम निर्मित तथा एम.आई. राज निर्देशित इस फिल्म ‘केहू हमसे जीत ना पाई’ में राजीव दिनकर लोगों को लवर ब्वाय के रूप में हंसाते-हंसाते लोट पोट कर देते हैं. अजय ओझा निर्मित तथा निर्देशित फिल्म ‘सुगना’ में राजीव दिनकर एक मजबूर भाई की भूमिका में लोगों को काफी कुछ सोचने को मजबूर करते हैं. जबरदस्त अभिनेता राजीव दिनकर उम्दा अभिनय में यकीन रखते हैं. वे साफ कहते हैं आने वाले दिनों में भी मैं सिर्फ चुनौतीपूर्ण भूमिका ही निभाऊंगा. वे कहते हैं कोई भी किरदार मेरे लिए असंभव नहीं है. वैसे राजीव दिनकर की इस साल चार बेहतरीन फिल्में प्रदर्शित होंगी जिसमें ‘प्राण जाई पर वचन ना जाई’ में वे एक ज़िम्मेदार भाई की भूमिका में हैं. ‘कबहू छूटे ना ई साथ’ जिसमें राजीव एक रिक्शा ड्राईवर की भूमिका में हैं. ‘दिवाना दिल धड़केला’ में वे बागी प्रेमी की भूमिका में तथा भोजपुरी फिल्म ‘मर्यादा’ में वे बेरोजगार युवक की भूमिका में नज़र आयेंगे. ‘सुगना’ में टाईटल रोल किसी और ने निभाया है मगर राजीव दिनकर की भूमिका इस फिल्म का एक और प्लस प्वाइंट हैं. राजीव दिनकर के बारे में कहा जाता है कि राजीव लंबी रेस का घोड़ा है. वे भोजपुरी के साथ-साथ आनेवाले दिनों मंे हिंदी और इंग्लिश फिल्मों में भी नजर आनेवाले हैं. राजीव कहते हैं मैं एक समय में एक ही किरदार करता हूँ और उस पर काफी रिसर्च करता हूँ, तब जाकर उसमें नयापन आता है.
(स्रोत – शशिकान्त सिंह, रंजन सिन्हा)
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