भोजपुरी सिनेमा में जब लेखक, निर्देशक, अभिनेता, गीतकार, निर्माता, कहानी लेखक सबकुछ एके आदमी हो सकेला त फिलिम बनला का बाद वितरक आ दर्शको के काम ओकरे पर रहे के चाहीं कि ना?
फिलिम बनावल टीम वर्क होला बाकिर कुछ भोजपुरी फिलिमन में सगरी टीम के खरचा बचा के एके आदमी सब काम कर लेला. स्वाभाविक बा कि फिलिम भगवाने भरोसे बनी आ ओकर सफलता के संभावना ओतने कम होखी.
राउऱ का राय बा एह पर?