हे प्रचारक बन्धु,

रउरा अपना गाहकन के सिनेमा आ कृति के प्रचार कइल आपन पेशा बनवले बानी जवन स्वागत जोग बा. बाकिर का कबो सोचले बानी कि भोजपुरी स‌िनेमा में आवत गिरावट के थोड़ बहुत जिम्मेदारी राउरो बनत बा.

अउरी भाषा के सिनेमा इंडस्ट्री में प्रचारक लोग बा ओह लोग के काम देखीं आ आपन काम देख लीं. फरक बुझाए के चाहीं. ना बुझाव त फरक देखावल हमार काम नइखे बाकिर आखिर में नुकसान रउरो उठावे के पड़ी.

प्रचारक के काम ह कि अपना गाहकन के प्रचार करे खातिर प्रकाशकन से तालमेल बना के राखे. ओकरा जरूरत का हिसाब से आपन रपट भेजल करे. बहुत दुख होखेला जब रउरा में से कुछ लोग अपना सफलता का घमंड में सतवां आसमान पर चढ़ल बा. आपन आलोचना उनुका से बरदाश्त ना होखे. बाकिर अगर रउरा सोचत होखब कि प्रकाशक से तालमेल बनवलो बिना राउर सामग्री प्रकाशित होखत रही त ई सरासर बेवकूफी के बात बा. रउरा लोग एहसे मतलब ना राखीं कि कवना इमेल पर सामग्री भेजे के बा. जवन ई मेल हम बरीसन से इस्तेमाल नइखीं करत तवनो पर रउरा लोग के मेल लगातार आवत रहेला. काहे कि रउरा अपना गुमान में अतना लापरवाह हो गइल बानी कि ईमेल सही करे के समय नइखे रउरा सभ का लगे.

अगर रउरा कवनो सामग्री पर पाठक के आलोचना आवत बा त राउर काम इहो बा कि रउरा ओह आलोचना के सही जवाब दीं. रउरा चलते प्रकाशक पाठक के नाराजगी काहे झेलो? रउरा इहो देखे के फुरसत नइखे कि कहवां राउर भेजल सामग्री छपत बा कहवां ना. जहवां नइखे छपत तहवां काहे नइखे छपत इहो जाने के समय नइखे रउरा लगे. एक बेर सोचीं सभे एह तरह के व्यवहार रउरा गाहकन का साथे न्याय बा कि अन्याय.

बहुतेरे प्रकाशक राउर सामग्री छापेलें त अपना मजबूरी में. पाठक लोग के रुचि धियान में राखत ओहलोग के पसन्द के सामग्री देबे का फेर में ओहू सामग्री के प्रकाशित क देबे के पड़ेला जवना में कवनो दम नइखे. रउरा सभ का लगे दू चार गो कैच फ्रेज बा जवने के फेर बदल के राउर सगरी पोस्ट छपल करेला. तनिका अपना सामग्रियन पर मेहनत करीं सभे, ओकरा के एह लायक बनाईं कि पाठक ओकरा के पढ़े, ओकरा कुछ भेंटाव.

सगरी कलाकारन के सुपर स्टार बना के रउरा सभे ओह लोग के दिमाग त खराब करते बानी, अपना धंधो से बेइमानी होखत बा. खट्टा दही बेच के कतना दिन ले राउर धंधा चल पाई? रउरा सभ के सामग्री में मुश्किल से दू लाइन भेंटाला काम जोग. बाकी सब नाम भर भर के लमारल गइल रहेला. फलां कलाकार के फलां सिनेमा के आफर मिलल त चउंक गइलन बाकिर सकार लिहलन, फलाँ कलाकार/निर्देशक कमाल के हउवन, फलां के अपना फलां फिलिम से बहुते आस लागल बा आ उत्साह में बाड़न, सिनेमा देखेवालन के भीड़ अतना रहल कि पुलिस के लाठी चलावे के पड़ल, अलग बात बा कि फिलिम एको हप्ता ना चलल बाकिर रउरा सभे के कलम ओकरा के सुपर डुपर हिट बतावत रही. कवनो गाना के मुखड़ा एह जोग ना होखे कि लोग ओकरा के यादो राख पावे बाकिर सगरी गाना पहिलहीं से हिट हो गइल रहेलीं सभ.

हे महाराज, रउरा लोग के लिखे में खराब लागे भा ना हमरा छापे में जरूरे खराब लागेला. भोजपुरी सिनेमा के गिरावे में आपन योगदान मत दीं ओकरा के आगे बढ़ावे के काम करीं. अपना गाहक निर्माता/निर्देशक/कलाकारन के समय समय पर जरूरी आलोचनो प्रचारे होला आ बेसी प्रचार करेला. हमरा त तनिको उमेद नइखे कि रउरा सभे में कवनो बदलाव आई बाकिर आजु सोचनी कि आपनो बात कह दीं. रउरा सभे के फोन नंबर कामे ना आवे आ रउरा व्यस्तता में खलल डालल हमहुं ना चाहीं एह से एहिजा लिखत बानीं. पता ना रउरा सभे एकरा के पढ़बो करब कि ना.

भोजपुरी फिल्म जगत के फायदे में राउरो फायदा एक बेर फेरू एह पर जोर देत,
राउर,
ओपी सिंह

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By Editor

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