ऑल इंडिया कौमी एकता मंच क ओर से हर साल दिहल जाए वाला कौमी एकता अवार्ड पिछला दिने कोलकाता के कला मंदिर सभागार में आयोजित एगो भव्य समारोह में दिहल गइल. ई पुरस्कार अलग अलग क्षेत्र में बेहतरीन काम करे वालन के दिहल जाला. साल 2012 के साहित्य के चउथा कौमी एकता सम्मान हिन्दी के साहित्यकार डॉ.जगदीश्वर चतुर्वेदी के दिहल गइल. एहसे पहिले ई सम्मान डॉ.अभिज्ञात, मुनव्वर राना, अउर डॉ.विजय बहादुर सिंह के दिहल जा चुकल बा. डा॰ चतुर्वेदी का अलावे एह सम्मान से नवाजित लोगन में फिल्म निर्देशक गौतम घोष, सामाजिक कार्यकर्ता तिस्ता सितलवाड़, टीवी समाचार चैनल आज तक के पत्रकार आलोक श्रीवास्तव, आ शिक्षाविद् लौरिन मिर्जा के दिहल गइल. चिकित्सा क्षेत्र में लाइफ टाइम अचिवमेंट अवार्ड डॉ. सुकांति हाजरा के दिहल गइल. एह लोग के ई अवार्ड डीआईजी डॉ.अकबर अली खान, चित्रकार वसीम कपूर आ पंजाबी बिरादरी के अध्यक्ष अनिल कपूर का हाथे दिहल गइल.
कार्यक्रम के दुसरका सत्र में गजल गायक जगजीत सिंह के श्रद्धांजलि देबे ला शाम-ए-गजल के आयोजन भइल जवना में विनोद सहगल अपना गजलन से लोग के मन मोह लिहलें. संस्था के गतिविधियन के जानकारी ओकर अध्यक्ष जमील मंजर, उपाध्यक्ष सतीश कपूर आ महासचिव आफताब अहमद खान दिहलें.
डॉ.जगदीश्वर चतुर्वेदी क जनम 12 अप्रैल 1957 के मथुरा में भइल रहे. संपूर्णानंद विश्वविद्यालय,वाराणसी से सबले बेसी नंबर ले के सिद्धांत ज्यौतिषाचार्य के परीक्षा पास कइला का बाद ऊ जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से एमए, एमफिल, पीएचडी के उपाधि लिहलें. जेएनयू क छात्र राजनीति में सक्रिय नेतृत्व देबे वाला जगदीश्वर चतुर्वेदी साल 1984-85 में जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष चुनइलें. छात्र रहते जेएनयू क एकेडमिक कौंसिल आ बोर्ड ऑफ स्टडीज के सदस्य मनोनीत भइलें. साल 1989 में कलकत्ता विश्वविद्यालय में हिन्दी के लेक्चरर बनलें, साल 1993 में रीडर अउर साल 2011 में प्रोफेसर हो गइलें. देश के विश्वविद्यालयी जगत में ई कमे होला कि कवनो शिक्षक एगारहे साल के अध्यापन अनुभव पर प्रोफेसर बन जाव. कलकत्ता विश्वविद्यालय क इतिहास के ई विरल घटना हैबा. डा॰ जगदीश्वर चतुर्वेदी के अबले 45 गो किताब प्रकाशित हो चुकल बाड़ी सँ. ई किताब साहित्य समीक्षा, स्त्री साहित्य आलोचना आ मीडिया पर केन्द्रित बाड़ी सँ.