– गनेश जी “बागी”

बाबूजी सिखवले दुःख सहीहs अपार,
कबो ना करीहs बबुआ, केकरो प वार,
गलती ना करीहऽ अइसन, पिटे पड़े कपार,
दुनिया में कुछु ना रही, रह जाई बस प्यार.

बहुते आसान होला, दिल के दुखावल,
दोसरा के कइला में, गलती निकालल,
अपना पे पड़े जब, धुने लोगवा कपार,
कबो ना करीहs बबुआ, केकरो प वार.

दिल के तू भोला बाड़s, सीधा तोहार जीवन,
चिकन चिकन मीठ बोली, लागे तोहके नीमन,
नाही पहिचनलs उनके, बाड़न बड़ कलाकार,
कबो ना करीहs बबुआ, केकरो प वार.

अइसन ऊ घात कइलन, प्यार के उपहास कइलन,
धनवो के हाँस कइलन, विश्वास के नाश कइलन,
देखs उनका मन मे कइसन, भरल अहंकार,
कबो ना करीहs बबुआ, केकरो प वार.

बाबूजी सिखवले, दुःख सहीहs अपार,
कबो ना करीहs बबुआ, केकरो प वार,
गलती ना करीह अइसन, पिटे पड़े कपार,
दुनिया में कुछु ना रही, रह जाई बस प्यार.


महाबीर घाट, बलिया, उत्तर प्रदेश – 277001

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8 thoughts on “बाबूजी सिखवले”
  1. बहुते आसान होला, दिल के दुखावल,
    दोसरा के कइला में, गलती निकालल,
    अपना पे पड़े जब, धुने लोगवा कपार,
    कबो ना करीहs बबुआ, केकरो प वार.

    bahut nik, likhat rahin.sadhuvad
    santosh patel

  2. बाबूजी सिखवले दुःख सहीहs अपार,
    कबो ना करीहs बबुआ, केकरो प वार,
    गलती ना करीहऽ अइसन, पिटे पड़े कपार,
    दुनिया में कुछु ना रही, रह जाई बस प्यार.

    bahut badhiya, bhai ji

    Babuji hamesha nimane sikhawelan, lekin beta ji sikh lesh ta wara nyara

    Tani patna ke v naam ……………

  3. निया में कुछु ना रही, रह जाई प्यारs ,
    ……………………………………………….
    बड़ा ही आसान होला, दिल के दुखावल,
    दोसरा के कईलाs में, गलती निकालल ,
    अपना पे जब पड़ी जाला,धुनेs लोगवा कपारs,
    कबो ना करिहs बबुआs, केकरो प वारs ,
    …………………………………………………………..
    बाबूजी सिखवलेs दुःख, सहीहs अपार ,
    कबो ना करिहs बबुआs, केकरो प वारs ,
    गलती ना करिह अइसन,पिटे पड़े कपारs,
    दुनिया में कुछु ना रही, रह जाई प्यारs , ……………………गनेश भाईजी, आपके ए रचना के जबाब नइखे, मीठे-मीठे सरल शब्दन में आप जीवन के सार कहि देले बानी। बहुत खूब…………दुनिया में कुछु ना रही, रह जाई प्यारs

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