– आलोक पुराणिक
मंगलग्रह पर मंगलयान चहुँपला पर अरविंद केजरीवाल आश्वस्त आ खुश हो सकेलें कि चलऽ पीएम भा सीएम बने के एगो अउर ठिकाना मिलल.
मंगल मिशन पर चलत हो हल्ला पर ऊ चीनी सैनिको सबले बेसी खुश होत बाड़ें, जे बहुते दिन से भारत का सीमा में टैंट वगैरह लगाके कब्जा क के बइठल बाड़े कि चलऽ अब केहू चीनी कब्जा पर बात नइखे करत.
हमरा लागऽता कि भारत के इलाका में चीनी कब्जा से आमदनी बढ़ावे के एहले बेहतर मौका अउर कबो होइए ना सके. अइसन मौका कभिए-कभार मिलेला, जब एके आदमी एके संगे रक्षा-मंत्रीओ होखे आ वित्तो-मंत्री. अरुण जेटली अगर चीनी कब्जा से बतौर रक्षा मंत्री ना निपट पावत होखसु त उनका बतौर वित्त-मंत्री एहसे निपटे के चाहीं. नगर निगमवालन आ पुलिसवालन के ड्यूटी लगा दिहल जाव, त कुछेक नाजायज कब्जा करे वालन से करोड़ों के इन्कम निकाल लेव ई लोग. आधा ई लोग राख लेव आ बाकी सरकारी खजाना में जमा करवा देव. जब हटते ना होखसु नाजायज कब्जा कइले चीनी सैनिक त तनिका टेंटे ढीला कर देव लोग.
बाकिर खतरा ई बा कि इन्कम के लालच में पुलिसवाला आ नगर निगमवाला चार-छह टैंट वालन के धमका के कहसु कि अउरी टेंट वालन के बोलवावऽ लोग, हमहन के इन्कम बढ़ावऽ.
बाकिर चीनी कब्जा पर असल चिंता हमरा अजित सिंह के ले के होखत बा. अजित सिंह सरकार से ई कह सकेले कि अच्छा हमरा के बंगला से बेदखल कर द, बाकिर ओह बंगला में चीनी कब्जा जतना कब्जा करे के इजाजत हमरो मिले के चाहीं. अपना पुरनका बंगला के बड़हन अङनई में आपन इचिकी भर नैनो कब्जा का बहनाे चाऱ-छह गो एयरकंडीशंड टैंट लगाके अजित सिंह घुस सकेलें.
सरकार के खंडन करही के पड़ी कि ना कवनो कब्जा नइखे, सब कुछ आमदिन जइसन ठीकठाक बा.
अजितो सिंह मजा में रहीहें आ सरकारो.
कब्जा अपना जगहा आ खंडन अपना जगह मौज में रही.
पुराणिक जी के रचना से हरदम ताजा रहे खातिर आलोक पुराणिक जी के फेसबुक पेज पर जाईं, लाईक करीं, फ्रेंड बनाई, भा जवन कहे सुने के होखे से कहत-सुनत रहीं. एहीजो कुछ टीके के मन करो त राउर स्वागत बा.