– जयंती पांडेय
नेताजी भाजपा के हाहर में जीत गइले आ मंत्रियों हो गइले. जहां उनका बंगला मिलल ओह में एगो कटहर के पेड़ रहे. मंत्री जी रोज सबेरे उठि के गाछ पर के कटहर गिनस. एक दिन अचके में लगले चिलाये कि गाछि पर काल्हु ले एगारह गो कटहर रहे अब नौ गो कइसे हो गइल. दू गो कहां गइल. ऊ एकदम से पैजामा से बाहर हो गइले. लगले चिलाये कि केकर अतना हिम्मत कि वी आई पी इलाका में आ के कटहर चोरा ले गइल. ई देश के आंतरिक सुरक्षा के सवाल हऽ.
उनकर श्रीमति जी ओह समय तऽ कुछ ना कहली लेकिन थोड़ा देर बाद बइठका में आ के बोलली, का तबसे किकिया तारऽ, कटहर रहे सोना ना रहे कि तबसे किकिया तारऽ. कव गो कटहर चोरी भइल बा? नेता जी कहले, दू गो. अरे , कवनो नोकर चाकर ले गइल होई तर-तरकारी बनावे के एह में चिलाए का बात हऽ.
नेता जी गरमा गइले. कहले, मामला दू गो कटहर के नइखे. बात बा वी आई पी इलाका में चोरी के. जब जनप्रतिनिधि लोग के कटहर सुरक्षित नइखे तऽ उनकर का होई. थाना में रपट लिखावल गइल आ सीबी आई जांच के मांग कइल गइल. पुलिस आइल. फोरेंसिक जांच के दल आइल. दिन भर कोशिश कऽ के ऊ जगह के शिनाख्त कइल गइल जहां से चोर कटहर के पेड़ पर चढ़ल होई. लेकन ई ना बुझात रहे कि चोरी के सही समय कइसे तय कइल जाउ. लेकिन कानूनी औपचारिकता तऽ पूरा करहीं के रहे. मामला वी आई पी इलाका में कटहर चोरी के हऽ. जांच टीम के बंगला में ढुके आ निकले के बीच ना जाने कइसे मीडिया वालन के ई बात के हवा लाग गइल.
ऊ अपना चाल के मोताबिक लगले सन घेरे. पेड़ के मंत्री रउआ लगवले रहीं कि ऊ आपके एह में लागल भेंटाइल. जब पेड़ पर ऊ दूनो कटहर रहे सन तऽ कइसन लागत रहे. का ऊ दूनो कटहरन के कवनो अलग से पहचान रहे कि कवनो तरकारी वाला के इहां देखि के चीन्हल जा सके. मंत्री जी गदगद. एतना प्रचार उनका तबो ना मिलल रहे जब ऊ मंत्री बनले. अरे यूपी में एगो मंत्री जी के भईंस चोरी हो गइल रहे तबो अतना प्रचार ना मिलल रहे. मंत्री जी सोचे लगले कि जे कटहर चोरी ना होइत तऽ लोग जनबो ना करीत कि ऊ वी आई पी हो गइल बाड़े.
जयंती पांडेय दिल्ली विश्वविद्यालय से इतिहास में एम.ए. हईं आ कोलकाता, पटना, रांची, भुवनेश्वर से प्रकाशित सन्मार्ग अखबार में भोजपुरी व्यंग्य स्तंभ “लस्टम पस्टम” के नियमित लेखिका हईं. एकरा अलावे कई गो दोसरो पत्र-पत्रिकायन में हिंदी भा अंग्रेजी में आलेख प्रकाशित होत रहेला. बिहार के सिवान जिला के खुदरा गांव के बहू जयंती आजुकाल्हु कोलकाता में रहीलें.
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