नई दिल्ली, 10 अगस्त (आईएएनएस). साल 2001 में संसद पर आतंकवादी हमला के दोषी अफजल गुरु के दया याचिका सरकार फैसला खातिर राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल का लगे भेज दिहले बिया. सरकार अपना अनुशंसा में कहले बिया कि अफजाल के फांसी दिहल जा सकेला. राज्यसभा में ई जानकारी देत केंद्रीय गृह राज्य मंत्री एम. रामचंद्रन बतवले कि याचिका पिछले महीना भेज दिहल गइल रहे.
आधिकारिक सूत्र बतावत बाड़े कि सरकार दिल्ली के उप राज्यपाल तेजेंद्र खन्ना के राय के सही ठहरवले बिया जवना में उप राज्यपाल अफजल के फांसी पर चढ़ावे के राय दिहले रहले.
वइसे केंद्रीय गृह मंत्रालय के सलाह माने खातिर राष्ट्रपति मंजूर नइखन आ ऊ एह में आपन फैसला करे के स्वतंत्र बाड़ी कि अफजल के माफ कर दिहल जाव, कि उमिरकैद दे दिहल जाव,आ कि फाँसी पर लटकाइये दिहल जाव.
याद कइल जा सकेला कि अफजल के संसद पर 13 दिसम्बर 2001 के भइल आतंकवादी हमला के साजिश रचे के दोषी पावल गइल. एह हमला में नौ लोग के जान गइल रहे आ साल 2002 में ओकरा के मौत के सजा सुनावल गइल. दिल्ली उच्च न्यायालय साल 2003 में एह मौत के सजा के पुष्टि कर दिहलसि.
सर्वोच्चो न्यायालय मौत के सजा सही ठहरवले रहल आ अफजल के 20 अक्टूबर 2006 के फांसी दिहल जाये वाला रहे बाकिर ओकर पत्नी दया याचिका दायर कर दिहली जवना से अफजल के फांसी ना दिहल जा सकल.
भाजपा बार बार कहत आइल बिया कि अफजल के फांसी पर चढ़ा दिहल जाव जबकि कांग्रेस के कहना बा कि अंतिम फैसला राष्ट्रपति करीहे. आ फैसला का होखे ई बतावे के अधिकार केकरो लगे नइखे.


(इंडो-एशियन न्यूज सर्विस)

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