मजा त कांग्रेस लूटलसि जे नोट का बदले वोट खरीद के अपना अल्पमत के बहुमत में बदल के सत्ता का कुर्सी पर बइठल रह गइल बाकिर एह काम मे ओकर सहायता करे वाला राजनीतिक दलाल, ई हम नइखी कहत खुद अमर सिंह अपना बारे में कई बेर कह चुकल बाड़न, अमर सिंह के लपेटा में लेबे के कोशिश हो रहल बा. आ एह कोशिश से नाराज मुलायम सिंह काल्हु खुल के अमर सिंह का बचाव में सामने आ गइलन. कहलन कि अमर सिंह का साथे अन्याय हो रहल बा. फायदा कांग्रेस के मिलल आ नुकसान सपा का माथे मढ़ल जा रहल बा. मुलायम सिंह के आपत्ति एह चलते रहल कि एगो सपाई सांसद रेवती रमण सिहं से एह मामिला में पूछ ताछ चल रहल बा.
राजनैतिक अनैतिकता का चलते संसद के समिति एह मामिला के दबा दिहले रहल. समिति के फैसला ओकरा अध्यक्ष का मत से भइल रहे काहे कि चार जने पक्ष में रहलन चार जने विपक्ष में. तीन बरीस बाद जब अदालत दिल्ली पुलिस के हड़कवलसि त एह मामिला में अचानके तेजी आ गइल बा आ सगरी दोष अमर सिंह वगैरह का माथे लगावे के खेल हो रहल बा. कहल जात बा कि एहमामिला में कांग्रेस के कवनो हाथ ना रहे.