गुजरात के आनन्द में देश में दुग्ध क्रांति के जनक आ पुरोधा डा॰ वर्गीज कूरियन के स्थापित ग्रामीण प्रबंधन संस्थान आनन्द, इरमा, के २००९ ११ बैच के ९९ गो विद्यार्थियन खातिर पिछला हफ्ता नौकरियन के बरसात रहे. ओह लोग खातिर २५७ गो नौकरी के प्रस्ताव ले के पाँच दर्जन से बेसी एनजीओ, कंपनी, आ संस्थान चहुँपल रही सँ. हर विद्यार्थी के नौकरी मिल गइल आ बहुते नियोजक लोग मुँह लटका के वापिस गइल काहे कि ओह लोग के जतना चाहत रहे ओतना प्रबंधक ना मिल पवले. इरमा देश के अग्रणी प्रबंधन संस्थान में गिनल जाले आ ओहिजा के प्रशिक्षण में एह बाति के खास ध्यान राखल जाला कि विद्यार्थी पइसा से बेसी ग्राम सुधार आ ग्राम विकास खातिर काम करसु. तबहियो पिछला साल के औसत वेतन करीब छहलाख रुपिया सालाना का तुलना में अबकी आठ लाख रुपिया सालान के औसत वेतन मिलल. ई बता रहल बा कि आवे वाला दिन में ग्रामीण प्रबंधन के महत्व बढ़ते जाये के बा.