दिल्ली में प्रवासी भारतीयन के नौंवा सम्मेलन पचास देश से आइल दू हजार प्रतिनिधियन का मौजूदगी में आजु अतवार का दिने पूरा हो गइल. सम्मेलन के समापन भाषण देत भारत के राष्ट्रपति प्रतिभादेवी सिंह पाटिल कहली कि राष्ट्रनिर्माण खातिर भारत आ प्रवासियन के मिल के काम करे के चाही जवना से सभका लाभ होखे. प्रवासी भारतीयन के ज्ञान के सोता बतावत राष्ट्रपति के कहना रहे कि ओह लोग के ज्ञान आ अनुभव से भारत के समहर विकास में मदद मिल सकेला जवना से हर भारतीय तक विकास के रोशनी चहुँपावल जा सकी. प्रवासी भारतीयन के चाहीं कि पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप से देश के विकास में आपन योगदान देव लोग.
प्रवासी सम्मेलन का अंतिम दिने पन्द्रह गो प्रवासियन के प्रवासी भारतीय सम्मान से सम्मानित कइल गइल. एह लोग में न्यूजीलैण्ड से आनन्द सत्यानन्द, आस्ट्रेलिया से प्रो॰वीणा हरभगवान सहजवाला, कनाडा से लता पदा, हांगकांग से हरीन्द्र पाल सिंह बंगा, इजरायल से मो॰मुनीर नाजीर हसन अंसारी, लाइबेरिया से उपजीत सिंह सचदेवा, मलेशिया से तनश्री दातो अजीत सिंह, नीदरलैन्ड से सालेह वाहिद, कतार से इण्डियन कम्युनिटी बेनेवोलेंट फोरम, सउदी अरबिया से डा॰ मोहियाद्दीन सैयद करीमुद्दीन, श्रीलंका से मानो सेल्वानाथन, यूनाइटेड अरब अमीरात से मोहन जसनमल, इंगलैण्ड से बैरोनेस डा॰संदीप वर्मा, आ अमेरिका से अशोक कुमार रामशरण आ डा॰ राजीव शाह शामिल बाड़े.