अयोध्या विवाद के वैताल फरु फेंड़ पर लटकि गइल बा. इलाहाबाद हाई कोर्ट के लखनऊ पीठ के फैसला का बाद कुछ लोग उमे्द जतवले रहुवे कि एह समस्या के समाधान हो जाई बाकिर कवनो पार्टी समझौता खातिर तइयार नइखे. सभके पूरे चाहीं आ अपने शर्त पर. अयोध्या के दुनिया भर में श्रीरामलला के जन्म स्थली मानल गइल बा. ओही श्रीराम के दमन करे खातिर विदेशी आक्रमणकारी शासक बाबर के अधिकारी मीर बाकी अयोध्या के श्रीराम मन्दिर का ध्वंस पर मस्जिद खड़ा कइले रहुवे जवना के नियमानुसार इस्लामिक मान्यता ना मिले के चाहीं, बाकिर मुस्लिम वोट बैंक का चलते देश के अधिकतर राजनीतिक दल साँप के साँप माने के तइयार नइखन. ओकनी के वश चले त देश के हर मन्दिर तूड़वा द सँ काहे कि एह सेकूलरन के हर ओह चीज से विरोध बा जवना से हिन्दू जुड़ल बाड़े. देखल जाव अब सुप्रीम कोर्ट क साल में आ कइसन फैसला देत बा एह विवाद पर.