बिहार सरकार तय कइले बिया कि राज्य के हर दू हजार के आबादी पर बैंकिग सुविधा दिहल जाई. एह दिसाईं आठ हजार नौ सौ सैंतालिस गो गाँव के चिन्हित कइल गइल बा. बैंकिग वाली सुविधा किराना के दुकान, पैक्स, वसुधा केन्द्र, बा कवनो दोसरा सार्वजनिक जगहा पर दिहल जाई. बिहार के किसानन के आसान तरीका से करजा देबे खातिर जनवरी, फरवरी, आ मार्च में दस तारीख के हर प्रखण्ड में कृषि ऋण मेला आयोजित होखी. छोट मोट उद्योग लगावे खातिर एक करोड़ रुपिया तक के करजा बिना कवनो गारण्टी के दिहल जाई. जवन विद्यार्थी पढ़ाई खातिर साढ़े चार लाख रुपिया तक के करजा लिहले बाड़न ओह लोग के सुद ना देबे के पड़ी. बाकिर एकरा खातिर तीस दिसम्बर ले संबंधित बैंक में दावा पेश कइल जरुरी बा.