नई दिल्ली, 17 अगस्त (आईएएनएस). सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे भलही महात्मा गांधी भा जयप्रकाश नारायण मत होखसु लेकिन बुध का दिने ऊ सरकार के अतना जरूर बुझवा दिहले होइहे कि ऊ कवना माटी के बनल बाड़े. देश के दोसरा हिस्सों के त छोड़ीं, उनुका समर्थन में सिर्फ इंडिया गेट पर लाखों लोग के जनसैलाब उमड़ पड़ल त दोसरा तरफ मंगल रात से उनुका के मनावे के कोशिश में लागल दिल्ली पुलिस आ सरकार के बुझात नइखे कि आखिर ऊ करे त का.
बहरहाल, अन्ना हजारे अबहियो तिहाड़ जेले में बाड़न आ अपने शर्त पर ओहिजा से निकले का मांग पर अड़ल बाड़न. उनुकर अगिला पड़ाव रामलीला मैदान होई, एह बारे में अन्ना हजारे आ सरकार का बीच सहमति त हो गइल बा बाकिर अबही ले अनशन के मियाद पर दुनु पक्ष का बीचे मोलभाव जारी बा.
अन्ना हजारे पक्ष रामलीला मैदान में अनशन करे के दिल्ली पुलिस के प्रस्ताव के सकार त लिहलसि लेकिन ऊ ई अनशन कतना दिन ले कर सकीहें, एह पर अबही ले कवनो सहमति नइखे बन पावल. अन्ना हजारे कम से कम 30 दिन के अनुमति मांगत बाड़न त सरकार सात दिन से बेसी दिहल नइखे चाहत.
अन्ना हजारे साफ कह दिहले बाड़े कि ऊ तबले परिसर से बाहर ना निकलिहे जबले उनुका के बिना प्रतिबंध अनशन के अनुमति नइखे मिल जात.
अन्ना हजारे के आ वरिष्ठ पुलिस अधिकारी रहल किरण बेदी तिहाड़ का बाहर जुटल समर्थकन के संबोधित करत कहली, “जयप्रकाश नारायण राष्ट्रीय उद्यान में अन्ना हजारे के अनशन से सामान्य जनजीवन पर असर पड़ सकेला एहसे हमनी का चाहत रहनी कि कवनो अइसन जगहा अनशन करे दिहल जाव जवना से आम आदमी के कवनो तरह के परेशानी मत होखे. एह पर खुद दिल्ली पुलिस हमनी के रामलीला मैदान के प्रस्ताव दिहलसि.”
ऊ कहली, “अब बाति सिर्फ समय सीमा लेके रह गइल बा. अन्ना हजारे चाहत बाड़े कि उनुका के कम से कम 30 दिन के अनशन के अनुमति दिहल जाव. लेकिन सरकार चाहत बिया कि अन्ना हजारे जल्दी से जल्दी आपन अनशन खतम कर देसु. एह पर बातचीत हो रहल बा.”
दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता राजन भगत बतवले कि, “जवना छह शर्तन पर अन्ना हजारे पक्ष के एतराज रहल ओहमें हमनी का छूट दे दिहले बानी. सात दिन के अनशन के इजाजत दिहल गइल बा जवना के बढ़ावलो जा सकेला.”
एहसे पहिले, अन्ना हजारे टीम के सदस्य प्रशांत भूषण के कहना रहे कि, “देश भर से अन्ना के जबरदस्त समर्थन मिलल बा. आ विरोध प्रदर्शन अब लोकपाल विधेयके तक नइखे रहि गइल बलुक अब ई देश में वास्तविक लोकतंत्र ले आवे के आंदोलन बन गइल बा. हमनी का चाहत बानी कि देश के लोग नीति बनावे में वास्तविक भूमिका निभावसु.”
बुध का साँझ चार बजे इंडिया गेट से संसद भवन तक के रैली निकालल गइल जवना में बहुते बड़हन संख्या में लोग शामिल भइल.
एह बीच खुद अन्ना हजारे शांति बनावे राखे के अपील कइले बाड़े.
आजु आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्रीश्री रविशंकर आ योग गुरु बाबा रामदेव तिहाड़ में जा के अन्ना हजारे से भेंट कइले.
बाबा रामदेव राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील से मुलाकात करके उनुका से निहोर कइलन कि ऊ जन लोकपाल विधेयक का समर्थन में अन्ना हजारे के अनशन करे के अनुमति देबे का बारे में दिल्ली पुलिस के निर्देश देसु.
आजु बुध का दिने अन्ना हजारे का गिरफ्तारी पर संसद के दुनु सदन में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बयान का बाद जोरदार बहस भइल. प्रधानमंत्री अन्ना हजारे के खिलाफ कइल कार्रवाई के सही ठहरवले आ उनुका के गलत राह पर बतवले. विपक्षी दलों प्रधानमंत्री के बयान के खारिज करत आंदोलनकारियन के रिहाई के मांग कइले.
अन्ना हजारे और उनकी एक प्रभावी लोकपाल विधेयक की मांग के समर्थन में लाखों की संख्या में लोग बुधवार शाम को इंडिया गेट पर एकत्रित हुए और वहां से जंतर-मंतर की ओर रैली निकाली।
बुधो का दिने दिल्ली आ देश भर में अन्ना हजारे के समर्थन में लोग सड़क पर उतरल आ अपना-अपना तरीका से समर्थन जतावल.
(इंडो-एशियन न्यूज सर्विस)