पटना हाई कोर्ट आजु बिहार में पिछला 5 अप्रेल से लागू शराबबन्दी कानून के रद क के कानून में जनता के भरोसा जगा दिहलसि. सत्ता का नशा में चूर हो के बनावल नीतीश कुमार के एह कानून से बिहार में आम आदमी के चैन छीना गइल रहुवे. खेत खाए गदहा मार खाए जोलहा वाला कहावत साँच हो गइल रहुवे कि करे केहु भरी पूरा परिवार भा गाँव.
स्वाभाविक रहे कि हाईकोर्ट एह कानून के अनेके प्रावधान पर ऐतराज जतावत एकरा के रद क दिहलसि. बिहार उत्पाद (संशोधन) विधेयक 2016 में शराब पीयला से मौत होखे का मामिला में दोषी के फांसी चढ़ा देवे के प्रावधान रहुवे.
अब सरकार के कहना बा कि आदेश पढ़ला का बाद आगा के राह तय कइल जाई.