पटना 08 जून. पता ना सही कि गलत बाकिर भोट का लालच में लार टपकावत इफ्तार खाए चहुँपल हिन्दू नेतवन के भेष भूषा पूरा मुसलमानी हो गइल रहेला. शायद बिना मुसलमानी भेष बनवले इफ्तार खइला से एह लोग के संस्कार ना चिन्हाइत. एह लोग का समुझ का हिसाब से मुसलमान एह देश के बाशिन्दा ना हउवें आ सामान्य भेषभूषा में इफ्तार के भोज खाइल हराम होखेला.
आजु बिहार के उप मुख्यमंत्री आ भारतीय जनता पार्टी के बड़हन नेता सुशील कुमार मोदी अइसने भेषभूषा अपनवले इफ्तार खाए चहुँपले. गनीमत बा कि ई ना कहलें कि सभे अइसहीं मुसलमानी भेष भूषा अपना लेव त देश के विकास में तेजी आ जाई.
अबहीं ले ई देखे के कबो नइखे मिलल कि कवनो मुसलमान नेता नवरात्र में प्रसाद ग्रहण करे टीका चन्दन लगा के चहुँपल होखे – जनेऊधारी ब्राह्मण एकर अपवाद होखसु त कवनो अचरज के बात ना होखी काहे कि अबहीं ले ई पकिया से तय नइखे हो सकल कि उनुकर मजहब असल में हवे का.
इफ्तार खइला का बाद सुशील मोदी कहलन कि मदरसा बोर्ड से फोकानिया आ मौलवी के परीक्षा प्रथम श्रेणी से पास करे वालन के दस दस हजार रुपिया के वजीफा दीहल जाई. संस्कृत वालन के अइसन कवनो वजीफा देबे से सेकूलरिज्म पर खतरा आ जाला एहसे अइसन कवनो एलान कबो सुने के नइखे मिलल,
अतने ना मुसलमान औरत समेत मुसलमानन ला अउरिओ कई तरह के एलान कइलें सुशील मोदी.