
(टटका खबर, शुक, भादो अन्हरिया पंचमी, 2078 विक्रमी)
अफगानिस्तान से आपन जान बचावत बाकिर इज्जत गँवावत हटल अमेरिका अब अपने चाल में अझूरा गइल बा. राहत के बाति बा कि पाकिस्तान के नाराजगी का डर से अमेरिका भारत के सेना के अफगानिस्तान में ना आवे दिहलसि आ भारत फजीहत से बाच गइल बा. अब अफगानिस्तान में अपना- अपना बेंवत के लड़ाई लड़त इस्लामी आतंकी एक दोसरा के जान लेबे में भिड़ गइल बाड़े सँ. काल्हु अफगानिस्तान के राजधानी काबुल के हवाई अड्डा का बहरी इस्लामिक स्टेट के फिदायिन कई एक बम विस्फोट कइलें आ एह सभ में पचासन लोग के मौत हो गइल बा आ सैकड़ों लोग घवाहिल हो गइल बा.
मरे वालन में अमेरिका के एक दर्जन से अधिका सैनिको बाड़ें. एहसे अमेरिकी जनता में बढ़त नाराजगी के शांत करे खातिर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बिडेन धमकी दिहले बाड़न कि हमला करे वाला आतंकियन के छोड़िहें ना आ ओहनी के देर-सबेर मार गिरइहें.
अफगानिस्तान का बड़हन हिस्सा पर तालिबानी कब्जा का बाद से ओहिजा सो भागे वालन के भीड़ हवाई अड्डा पर जुटल बा आ सभे एह फिराक में बा कि कवनो ना कवनो तरीका से बाहर निकल सकसु. दिक्कत के बाति बा कि कवनो इस्लामी देश अफगानी मुसलमानन के अपना हियां शरण दीहल नइखे चाहत. आ गैर-इस्लामिक देश इस्लामी आतंक से हदसल बाड़े. एकरा बावजूद कुछ ना कुछ राजनीतिक मजबूरी में कुछ देश कुछ अफगानियन के शरण देबे खातिर तइयार लउकत बाड़न. बाकिर इहो बयानबाजी अधिका बा काहें कि ओहू देशन के मालूम बा कि काबुल में आपन हवाई जहाज भेजल खतरा से खाली नइखे.
एह बीच अनेके देश अफगानिस्तान में घेराइल अपना नागरिकन से कहले बाड़ें कि हवाई अड्डा से दूरे रहे लोग काहें कि अबहीं अउर बम धमाका होखे के अनेसा बा.