
पूरा विश्व जब योग दिवस मनावत रहुवे तब भारत योग का साथही एगो अउर महाअभियान चला के एके दिन में नाहियो त पचासी लाख लोग के कोरोना वायरस के टीका लगा दिहलसि.
दुनिया खातिर ई एगो रिकार्ड बन गइल जब एके दिन में अतना लोग के टीका लगा दीहल गइल. जान जाईं कि स्वास्थ्य के मसला मुख्य रुप से राज्य सरकारन के काम होखे ला. बाकिर देश में मोदी विरोधी सरकार एकर चिन्ता छोड़ कवनो वा कवनो बहाने मोदी पर दोष लगावे में जुटल रहेलें. पहिले त हवा बनावे के कोशिश कइल गइल कि अगर टीका के काम राज्य सरकार पर छोड़ दीहल जाव त अधिका लोग के टीका लगावल जा सकी. जब जिम्मेदारी दे दीहल गइल तब टीका खरीदे ला धन के मांग होखे लागल. हिन्दूवन का पइसा पर इमामन आ मौलवियन के तलखाह बाटे ला एह सरकारन के कबो पइसा के कमी ना रहे बाकिर आम जनता के भलाई का काम में पइसा के रोना हमेशा रहेला.खैर.
आखिरकार केन्द्र फेरु एह अभियान के जिम्मेदारी पूरा तरह से अपना पर ले लिहलसि आ काल्हु 21 जून से देश भर में कोरोना टीकाकरण के महाभियान चला दिहलसि.
18 बरीस से उपर के कवनो नागरिक अब आपन पहचान पत्र लेके कवनो टीका केन्द्र पर जा के मुफ्त में टीका लगवा सकेला. महाअभियान के पहिलके दिने एगो रिकार्ड संख्या में करीब 85 लाख लोग के टीका लगा दीहल गइल.
वइसे कोरोना के कहर बहुते थथम गइल बा आ विश्व स्वास्थ्य संगठन के कहना बा कि अब भारत के कोरोना पाबंदियन से मुक्त कइल जा सकेला. बाकिर भारत अबहीं ई जोखिम नइखे लीहल चाहत. कोरोना के कहर थथमल बा, खतम नइखे भइल. पिछलको बेर पहिला दौर के खतम होखत देखि लोग अइसन उछाह में आइल कि दुसरका दौर के कहर जानलेवा बनि के आ गइल. एहसे सरकार कवनो ढिलाई नइखे देत आ पूरा ताकत से कोरोना का खिलाफ लागल बिया.
काल्हु देश में कोरोना के 78 हजार 190 नया मरीज मिललें. पुरनकन मरीजन के ठीक भइला का चलते देश में काल्हु 7 लाख 2 हजार 887 मरीज रह गइल बाड़ें जिनकर इलाज चलत बा. हालांकि अबले कोरोना से देश में 3 लाख 88 हजार 135 लोग के मौत हो चुकल बा.