सुषमा जी एह घरी बहुते नाराज बाड़ी. उनुका शिकायत बा अपने लोग से कि ऊ उनुका खिलाफ काहे बोलत बाड़ें. अगर कुछ अनेरिया बाउर बकार कइए दिहले त ओकरा के महटिआवल चाह रहुवे. बाकिर सुषमा जी त अपने लोग से नाराज हो गइल बाड़ी आ भाजपा विरोधियन का हाथे खेलल शुरु कर दिहले बाड़ी. अगर इचिको राजनीतिक बुद्धि रहीत त सोचती कि का बाति बा कि आजु ममता, ओवैसी, बँवारा गिरोह, हिन्दू विरोधी मीडिया उनुका पक्ष में खड़ा होखे लागल बा. सुषमा जी, ई लोग तोहरा तरफदारी में नइखे आवत, ई लोग मौका के फायदा उठावत भाजपा आ सोशल मीडिया पर ओकरा समर्थकन का बीचे एगो बड़न खाई पैदा करे में लागल बा.
सुषमा जी, अपने कई गो नीमन काम कइले बानी आ ओकरा खातिर राउर प्रशंसो कइले बाड़ें इहे लोग जे रउरा एगो गलत फैसला का खिलाफ आवाज उठावत बाड़ें. अगर सही रहतीं त कहतीं कि मामिला पर फेरु से विचार कइल जाई आ अगर कवनो गलती भइल बा त ओकरा के सुधार दीहल जाई.
बाकिर ना. एहिजा त रउरा नियत में खोट पैदा हो गइल बा. रउरा अगिला चुनाव का मद्देनजर आपन गोटी बइठावे में लागल बानी. रउरा अपना के मुस्लिम भक्त बतावे जतावे में लाग गइल बानी. रउरा लागत बा कि एहसे सेकूलर-लिबरल-हिन्दूविरोधी मीडिया रउरा के नया नायक बना दी. एही मकसद से रउरा पासपोर्ट मामिला में कई गो नियम पिछला तारीख से बदलवा दिहनी. पता जँचला के जरुरत खतम करवा दिहनी, आवेदक के दीहल पता पर जा के पुलिस वेरिफिकेशन के प्रावधान हटवा दिहनी.
आ अब राजनाथ सिंह आ नीतीन गडकरी रउरा साथे खड़ा लउकत बाड़ें त एहसे भाजपा समर्थक टोली – जवना क रउरा ट्रॉल साबित करावे में लागल बानी – के संदेह अउरी पोढ़ होखत बा कि एगो दुष्ट मंडली मौजूद बा भाजपा में जवन नइखे चाहत कि मोदी के सरकार दुबारा बनि पावे. बाकिर ई टोली जनता हिय आ सुनलही होखब कि –
ये जनता है, सब जानती है.