नयी दिल्ली 02 अप्रैल. अनुसूचित जाति अउर जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम में से तत्काल गिरफ्तारी के प्रावधान पर सुप्रीम कोर्ट के रोक लगवला का बाद देश के विपक्षी गोलन के मौका मिल गइल देश भर में दलितन के उकसा के बवाल करे आ हिन्दूवन के अपने में लड़ावे भिड़ावे के.
एहमें मुसलमान अनेरियो सब खुलेआम शामिल भइलें आ हिन्दू देवी देवतन के फोटो पर जूता मारे से ले के थूके तक के काम कइलें ई जमात. एह में एगो मुसलमान नवही के फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गइल बा जवन पद्मावत के विरोध में करनी सेना के राजपूत बन के शामिल रहुवे आ काल्हु के दलित विरोध में दलित बन के.
ई त एगो नमूना भर बा. असल में मोदी सरकार के केहू तरह हटावे के मूल मंत्र मान लिहले बाड़ें विपक्षी गोल कि बिना हिन्दुवन के टुकड़े टुकड़े कइले मोदी के हरावल संभव नइखे. एही काम ला कांग्रेसी गोल का बारे में कहात बा कि ऊ कैम्ब्रिज एनेलि़टिका के सहायता लेके हिन्दुवन के अपने में लड़ावे भिड़ावे में लागल बियाय एही हिन्दू विरोध के एगो नमूना देखे के मिलल काल्हु के भारत बंद में.
देश भर में भइल हिंसक प्रदर्शन का चलते नाहियो त आठ लोग के जान चलि गइल ई दर्जनो लोग घवाहिल हो गइल. कुछ लोग के गिरफ्तारो कइल गइल बा आ एहमें कुछ मुसलमानो नवही शामिल बाड़ें.
देश में कई जगहा तोड़ फोड़, आगजनी, यातायात जाम करे, रेल पटरी उखाड़े आ पुलिस संगे झड़प के खबर बा. कई जगह पुलिस के लाठी भाँजे ला मजबूर होखे के पड़ल. सबसे अधिका बवाल भाजपा वाला राज्यन में भइल बा जबकि सबले बेसी एससी एसटी के लोग पंजाब में बा. बाकिर चूंकि ओहिजा कांग्रेस के राज बा एहसे ओहिजा कवनो बवाल करे के जरुरत कांग्रेसी गोल के ना लागल.
अगिला साल होखे वाला लोकसभा चुनाव का पहिले एह तरह के हिन्दूवन के लड़ावे भिड़ावे वाला आन्दोलन अउरिओ होखे बाला बा आ हिन्दुवन के एहसे सावधान रहे के बा. विपक्षी गोल के मलसा समुझी सभें आ आपस में लड़े भिड़े से बाँची. आ ई त महज बानगी बा. अगर जो कहीं अगिला बेर भाजपा के सरकार ना बन पावत त हिन्दूवन पर जवन अतायाचार होखे वाला बा ओकरा आगे कश्मीरी पंडितन पर भइल अत्याचार आ केरल अउर पश्चिम बंगाल में हिन्दुवन पर होखत अत्याचार छोट पड़ि जाई.
अगर देश के बहुसंख्यक हिन्दू समय रहते ना चेतलें त बड़्हन आबादी का बावजूद हर जगहा से जान बचावे ला भागे के पड़ी आ कतहीं कवनो ठौर ना मिल पाई जान बचावे खातिर. अगिला चुनाव देश के बहुसंख्यकन खातिर जीवन मरण के सवाल होखे वाला बा.
दलितों के आंदोलन में "शांतिदूत" क्या कर रहे हैं, क्या अब भी सबूत चाहिए कि हिंसा के पीछे जेहादीयों का हाथ हैं.. pic.twitter.com/1VzA158h7P
— आशीष अग्रवाल 🇮🇳 (@coomarashish) April 2, 2018