एक बरीस से सूट बूट वाली सरकार होखे के तोहमत झेलत मोदी सरकार अपना तिसरका बजट में साबित क दिहलसि कि ई धोती गमछी के सरकार हिय जे किसानन के सूट बूट पहिरे जोग बनावल चाहत बिय।
पेश बा आजु के आम बजट 2016-17 के खास खास बाति –

  • व्यक्तिगत आयकर स्लैब में कवनो बदलाव नइखे भइल।
  • करीया कमाई वाला 45 फीसदी कर आ ओपर सूद देके अपना धन के जायज बना सकेलें। एह ला चार महीना के मौका दीहल गइल।
  • 5 लाख रुपये से कम आमदनी वालन के तीन हजार के छूट। बाकिर अधिका आमदनी वालन के ई छूट ना मिली।
  • घर भाड़ा कटौती 20,000 रुपिया से बढ़ाके 60,000 कइल गइल।
  • कर विवाद के फरीयौता मान लेबे वालन पर सूद भा जुर्माना ना लगावल जाई।
  • राजस्व सचिव के अगुवाई वाली उच्चस्तरीय समिति पिछला तारीख से लागे वाला कर वाला मामिला निपटाई।
  • नईकी विनिर्माण इकाइयन के कारपोरेट कर दर 25 फीसदी तय भइल।
  • कोयला, लिग्नाइट अउर पीट पर स्वच्छ उर्जा उपकर 200 रुपिया से बढ़ाके 400 रुपये फी टन कइल गइल।
  • पहिला बेर घर खरीदे वालन के 35 लाख रुपिया ले के करजा लिहला पर 50,000 रुपिया के अधिका छूट दीहल जाई। बाकिर घर के दाम 50 लाख से अधिका ना होखे के चाहीं।
  • 2017-18 के सगरी राजकोषीय घाटा मिलाईओ के सगरी घरेल उत्पाद के 3 फीसदी से अधिका ना होखी।
  • मनरेगा खातिर 38,500 करोड़ रुपिया के आवंटन अब ले सबले अधिका।
  • डायलिसिस के कुछ उपकरणन पर मूल सीमा शुल्क, उत्पाद सीवीडी में छूट।

*छोटका खुदरा दुकान सातो दिन खुलल करीहें सं।

  • 1 मई, 2018 ले देश के सगरी गांवन के विद्युतीकरण क दीहल जाई।
  • नयका कर्मचारियन के पहिला तीन साल के 8.33 फीसदी योगदान सरकार दी।
  • स्टार्ट अप्सन के तीन साल ले कर ना देबे पड़ी।

बाकिर मैट के छूट ना मिली।

  • आधार कार्ड के सांविधिक दरजा दीहल जाई।
  • बुनियादी ढांचा पर खरचा 2.21 लाख करोड़ रुपिया।
  • किसान कल्याण खातिर 35,984 करोड़ रुपिया आ पांच बरीस में सिंचाई पर 86,500 करोड़ रुपिया के खरचा करी सरकार।
  • नाबार्ड में 20,000 करोड़ रुपिया के सिंचाई कोष बनावल जाई।
  • गरीबन ला एलपीजी कनेक्शन खातिर 2,000 करोड़ रुपिया। कनेक्शन घर के मेहरारू का नामे।
  • स्टैंड अप इंडिया खातिर 500 करोड़ रुपिया के आवंटन।
  • हाई वेअन ला 55,000 करोड़ रुपिया के आवंटन। कर मुक्त बांडो जारी क सकेला एनएचएआई।

आजु के बजट पर विपक्षियन के बुझात नइखे कि कइसे विरोध कइल जाव। 

Loading

कुछ त कहीं......

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

Scroll Up
%d