एगो भोजपुरी कहावत ह कि –
ना अति बरखा, ना अति धूप
ना अति बोलता ना अति चुप.
आजु अरनब गोस्वामी के चैनल रिपब्लिक टीवी के शुरुआत का भइल, कपार पाक गइल बा. सबेरे दस बजे जवन खुलासा भइल ओही प सूई अटक गइल बा आ पता ना कई सौ बेर एके बतिया दोहरवले जात बा रिपब्लिक. एकरा के अति बोलता कहल जाव त दोसरा तरफ चारा चोर लालू के चुप्पीओ कान फड़ले बा. चारा घोटाला में सजा सुन चुकल लालू अपना तिकड़म का बूते जमानत प बाहर बाड़न आ हर तरह के गैर कानूनी काम कइला का बावजूद नीतीश सरकार भा झारखण्ड के रघुबर दास सरकार में अतना बेंवत नइखे कि लालू के जमानत रद्द करा के फेर से जेल भिजवा सके लोग. बाकिर हमरा याद नइखे आवत कि कबो कवनो हाल में लालू के अइसन सटकल होखे कि मुँह से बकार नइखे निकलत. बतावल जात बा कि लालू में अतना हिम्मत ना भइल कि आजु अपना घर से बाहर निकल सकसु. घरे में लुकाइल बइठल लालू क्लोज सर्किट टीवी से बाहर के नजारा प नजर रखले बाड़न.
गद्दी का हवस में नीतीशो के ठकुआ मार दिहले बा आ उहो अबहीं ले एह मामिला प कुछ बोले के हिम्मत नइखन जुटा पावत. बेचारा का साथे दिक्कत बा कि काल्हु उनकर मुलाकात पहिले से तय बा अरनब से. अगर नीतीश के ठकुआ काल्हुओ बरकरार रहि गइल त ई मुलाकात रद्द भइल तय बा आ रिपब्लिक के एगो अउरि मसाला मिल जाई बकर बकर करे के.
चुप्प रहे के काम खाली लालूए भा नीतीश नइखन करत. पिछला तीन महीना से खुद अरनबो चुपी सधले बाड़न. ट्वीटर प जनवरी में अरनब से पुछाइल रहुवे कि रिपब्लिक टीवी खातिर धन कहाँ से आ कइसे जुटावल गइल बा एकर जानकारी साझा करसु. रिपब्लिक प हवाला का जरिए आ आसाम के एगो नेता का जरिए धन जुटावे के आरोप लगावल जात बा. आ रिपब्लिक का तरफ से एह बाति के कवनो जबाब नइखे दीहल गइल.