पटना 08 जून (वार्ता). मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी आजु बतवलन कि 2019 के लोकसभा चुनाव से पहिले विपक्षी गठबन्हन होखे के उमीद कमे लउकत बा. ऊ अपना गोल के एगो कार्यक्रम में शामिल होखला का बाद ‘यूनीवार्ता’ सै ई बात कहलन.
येचुरी के कहना रहे कि पहिलहूं राष्ट्रीय स्तर पर अइसन गठबन्हन करे के कोशिश कइल गइल बाकिर कवनो कोशिश सफल ना हो सकल. बरीस 1989 के लोकसभा चुनाव का बाद राष्ट्रीय मोर्चा आ वाम मोर्चा के गठन भइल रहुवे आ ओह चुनाव का बाद विश्वनाथ प्रताप सिंह देश के प्रधानमंत्री बनल रहलें.
माकपा महासचिव येचुरी कहलन कि केन्द्र से नरेंद्र मोदी सरकार के उखाड़ फेंके ला उनुकर गोल अगिला लोकसभा चुनाव में भाजपा विरोधी भोटन के छितराए से बचावे ला कोशिश करत बिया. येचुरी कहलन कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर मोर्चे पर विफल बाड़ें. एहसे देश के सगरी विरोधी गोलन के चाहीं कि ऊ भाजपा के विरोध करसु.