राष्ट्रपति चुनाव में यूपीए उम्मीदवार प्रणव मुखर्जी के समर्थन के एलान कइला का बावजूद आजु जब मुलायम सिंह वोट देबे गइलन त गलती से संगमा के वोट दे दिहलन.बाकिर तुरते उनुका आपन गलती बुझाइयो गइल जवना का बाद ऊ ओह मतपत्र के फाड़ दिहलन आ दोसर मतपत्र माँग के फेर से वोट दिहलन. अबकी कवनो गलती ना भइल आ वोट सीधे प्रणव दादा के दिहलें.
एह सब पर आपत्ति दर्ज करावत संगमा के प्रतिनिधि आपन माँग दर्ज करवलन कि मुलायम सिहं के दुसरका वोट खारिज कर के पहिलके वोट सही मानल जाव. मुलायम सिंह के फाड़ल मतपत्र सीलबंद लिफाफा में राख लिहल गइल बा.
बतावत चलीं कि एह चुनाव में प्रणव मुखर्जी के नामांकने से आपत्ति शुरू भइल बा आ उनकर एगो दस्तखत फर्जी बतावल जात बा. चुनाव का बाद ई मामिला हो सकेला कि देश के सबले बड़का अदालत सुप्रीम कोर्ट में चलावल जाव काहें कि चुनाव आयोग कहले रहल कि एक बेर जब रिटर्निंग आफिसर परचा के सही मान लिहलें तब सिर्फ चुनाव याचिके से फैसला कर सकेला सुप्रीम कोर्ट आ आयोग अब एहमें दखल ना दी.