काल्हु दिन में कहल गइल रहे कि पाकिस्तान का जेल में पिछला बीस साल से अधिका से कैद सरबजीत सिंह के रिहा कर दिहल जाई काहे कि राष्ट्रपति जरदारी ओकर सजाय माफ कर दिहले बाड़ें. फेर पता ना रात में का हो गइल कि राष्ट्रपति के प्रवक्ता के बयान आइल कि ई सब कुछ गलतफहमी भइल बा. असल में सरबजीत ना सुरजीत सिंह के रिहाई के आदेश दिहल गइल बा आ उहो माफी के मामिला ना ह. सुरजीत आपन सजा काट चुकल बा आ एहसे ओकरा के रिहा कर के भारत भेजे के फैसला लिहल गइल बा. सरबजीत के सजाय के माफी के कवनो बात नइखे.