राय्जसभा सांसद आ बसपा के बहिन मायावती आजु राज्यसभा से इस्तीफा दे दिहली. बाकिर पूरा धेयान रखली कि उनुकर इस्तीफा सकरा ना सके. पुरनिया सांसद होखला का चलते उनुका निकहा से मालूम बा कि सांसदी से इस्तीफा महज एक लाइल के होखेला आ इस्तीफा का साथे कवनो कारण ना दीहल जा सके. बाकिर बसपा के बहिन मायावती पूरा तीन पेज के ढढ्ढर लिख के राज्यसभा चेयरमैन के सँउपले बाड़ी. खबर में अइला के मकसद पूरा हो गइला का बाद बसपा सुप्रीमो मायावती के इस्तीफा नामंजूर होखहीं के बा एहसे इस्तीफा प कवनो बात कइला के जरुरत नइखे.
बसपा के बहिन मायावती के सदस्यता वइसहूं अप्रेल 2018 में पूरा होखे के बा आ ओकरा बाद बसपा के अिसन बेंवत नइखे कि ऊ मायावती के फेरु से राज्यसभा में पँहुचवा सके. एह कारण से देर सबेर, एह बहाने भो ओह बहाने मायावती के पूरा कोशिश रही कि नारी मुई घर संपति नासी, माथ मुड़ाय भए सन्यासी वाला अंदाज में नोह कटवा के दलित हित ला शहीद हा जाए के मौका मिल जाव.
वइसे हो सकेला कि सपा के मनुहार करा के भा ओकरा साथे गठबन्हन क के मायावती फेरु सांसद बन जासु. लोकसभा चुनाव लड़े के गलती ऊ करीहें ना, ई तय बा.
अपडेट –
मायावती के मकसद पूरा हो गइल बुझात बा. मायावती के सामने लालू प्रस्ताव रखलै बाड़न कि अगर ऊ चहीहें त लालू उनुका के बिहार से राज्यसभा भिजवा सकेलें. असल में लालूओ एहघरी परेशान बाड़न आ कवनो बरियार आड़ खोजे में लागल बाड़न. एह हालात में मायावती के साथ दे के ऊ बिहार के दलित वोट अपना पाला में खींचे के सपना देखत बाड़न. मायावती लालू के सहारा लेसु चाहे ना लालू आपन चाल चल दिहले बाड़ें आ उनुका एकर राजनीतिक फायदा मिल सकेला.