चुनाव मैदान में ना उतरल बाकिर मुख्यमंत्री पद ला दावेदारी करे वालन पर तंज कसत बिहार के मुख्यमंत्री रहल जीतन राम माँझी कहलन कि ई लोग ओह बाँझ मेहरारू का तरह बा जेकरा मालूमे ना होखे कि परसवती के पीड़ा कइसन आ कतना होले. जान जाईं कि ना त राबड़ी देवी चुनाव लड़त बाड़ी ना नीतीश कुमार. भाजपा के सुशीलो मोदी चुनाव से फरका बाड़ें. बाकिर राबड़ी के बात छोड़ियो दीहल जाव त नीतीश आ सुशील त जरूर अपना के दावेदार मानत बाड़न मुख्यमंत्री पद के. चाहत रहुवे कि इहो लोग चुनाव लड़ीत आ देखीत कि जनता एह लोग के कतना पसंद करत बिया. भाजपा में त बहुते लोग सुशील मोदी से परेशान रहल बा जे पिछला गठबन्हन सरकार में नीतीश के बड़का पिछलगुआ बनल रहत रहस आ भाजपा के अनेके नेता उनका उपेक्षा के शिकार भइलें. सुशील मोदी खातिर आपन कुरसी सबले बड़ होले. नरेन्द्र मोदी के पीएम पद के उमीदवारो बनावे का बेरा सुशील आडवाणी के गुट में रहलन बाकिर अब मोदी के हँ में हँ मिलावे में तेजी देखावत बाड़न.