काहे बँसुरिया बजवले

काहे बँसुरिया बजवले रे सुधि बिसरवले गइल सुख चैन हमार. काहे बँसुरिया बजवले रे सुधि बिसरवले गइल सुख चैन हमार. काहे बँसुरिया बजवले. कँटवा कँटईहा कुछ नाहीं देखलीं हो कुछ…