लोग त एक जमाना पहिले से तार भेजल बंद कर दिहले रहुवे. अब त चिट्ठियो पत्री लिखे भेजे के जमाना नइखे रह गइल मोबाइल के चलन में अइला क बाद. बाकिर डाक विभाग पिछला 163 साल से चलत आ रहल तार सेवा के केहू तरे जियवले रहुवे. बाकिर लगातार होत घाटा आ गैर जरुरी हो गइला का चलते अतवार रात से तार सेवा हमेशा हमेशा ला बंदकर दिहल गइल.