आवऽ लवटि चलीं जा!
डा॰ अशोक द्विवेदी के लिखल उपन्यास अँजोरिया में धारावाहिक रुप से प्रकाशित. (आखिरी कड़ी) पिछला आ चउदहवाँ कड़ी अगर पहिले नइखीं पढ़ले त शुरु से पढ़ीं चउधुर के कवनो छोट…
First Bhojpuri Website & Resource for Bhojpuri Scholars
डा॰ अशोक द्विवेदी के लिखल उपन्यास अँजोरिया में धारावाहिक रुप से प्रकाशित. (आखिरी कड़ी) पिछला आ चउदहवाँ कड़ी अगर पहिले नइखीं पढ़ले त शुरु से पढ़ीं चउधुर के कवनो छोट…
पंडित विद्यानिवास मिश्र के जयंती का मौका पर 14 जनवरी 2015 का दिने भोजपुरी के महान साहित्यकार डा॰ अशोक द्विवेदी के 'लोककवि सम्मान' से सम्मानित कइल जाई. पंडित विद्यानिवास मिश्र…
भोजपुरी अबहीं संविधान के अठवीं अनुसूची में शामिल होखे खातिर संघर्ष करत बिया. जबकि भारत के साहित्य अकादमी भारतीय साहित्य निर्माता का रूप में भिखारी ठाकुर आ धरीछन मिश्र का…
- डा॰अशोक द्विवेदी कविता का बारे में साहित्य शास्त्र के आचार्य लोगन के कहनाम बा कि कविता शब्द-अर्थ के आपुसी तनाव, संगति आ सुघराई से भरल अभिव्यक्ति ह. कवि अपना…
- डा॰अशोक द्विवेदी जाड़े ठिठुरत, गांव के लोग, सांझि होते आड़-अलोत दुआर-मड़ई भा कउड़-बोरसी धऽ लेला. जे जहां बा, आ जइसे, सांझि के देंहि चीरत-सितलहरी आ घोरियावत कुहेस का डरे,…
- डा॰अशोक द्विवेदी तुहीं बतावऽ जागी कबलें केकरा खातिर रात-रात भर? खाए के बा अखरा रोटी सूते के बा घास-पात पर! तुहीं बतावऽ जागी कबलें केकरा खातिर रात-रात भर? अपना…
- डा॰अशोक द्विवेदी गोहिया मार चाहे सटहा के होखे चाहे जहर बुझल बात के मार से पीठि पर उखड़ल गोहिया त लउकेला बाकि मन पर परल करिया रेघारी भा अन्तर…