आजु काल्ह समाज मे भोजपुरी गीतन के बात शुरू होखते लोग भोजपुरी गीत फूहड़ होखेला के जजमेंट पास कर देवेला. भोजपुरी समाज से बाहरो के लोग भोजपुरी गीतन पर फूहड़ता के अछरंग चिपका देला, बाकिर सचाई एकरा से उलटा बा.
भोजपुरी मे पहिलहूँ कर्णप्रिय आ पारिवारिक गीत संगीत बनत रहे अउर आजुओ बन रहल बा. ई अलगा बात बा कि व्यापारिक दृष्टि से साफ सुथरा गीत ओतना सफल नइखे हो पावत जेतना कि बाकी गीत. बाकिर एकरा ला मुख्य कारण एगो सफल मार्केटिंग के अभाव कहे के चाहीं.
भोजपुरी के पारिवारिक गीत संगीत के वास्तविक स्वरूप के देश दुनिया के ले चहुँपावे के जिम्मेदारी ले के अमाटोज म्यूजिक (Amatoz Music) के कर्ता-धर्ता प्रवीण सिंह अपना छह महिना पुरान एह मुजिक कंपनी का माध्यम से कइगो साफ सुथरा गीत बना के अपना यूट्यूब चैनल पर डाल चुकल बाड़न. ओहिमें से भोजपुरी के एगो परम्परागत डोमकच के एहिजा रउरा सभे के अवलोकन ला टाल रहल बानीं. सुनीं आ सुन के बताईं कि एकरा में का नयापन बा आ रउरा कइसन लागल.
बाकिर एकरा से पहिले कि रउरा ई डोमकच सुने चलीं तनी डोमकच का बारे में जान लीहल जरुरी बा. शहर के लोग आ नयका पीढ़ी के लोग शायद डोमकच का बारे में ना जानत होखी, देखल-सुनल त अलगा बा. गाँव-देहात में जब बेटा का बिआह में बारात निकल जात रहुवे त करीब करीब सगरी गाँव के मरद लड़िको ओह बारात में निकल जात रहुवे. आ ओह हालात में सुरक्षा का लिहाज से जरुरी हो जात रहुवे कि सभे जागल रहो. तब मेहरारु लड़िकी (ओह जमाना में बारात में औरतन भा लड़िकियन के जाए के रिबाज ना रहल, अब त सभे जा रहल बा. एहसे डोमकचो करे लायक मेहरारु घरे नइखी रह जात.) मिल जुल के गीत संगीत नाच का सहारे जगरम करत रहुवे. आ मरदन के मनाही रहल करे कि डोमकच देखे सुने जनि आवसु. स्वाभाविक रुप से ओह हालात में श्लीलता के सीमा का भीतर रहे के मजबूरिओ ना रहत रहे.
आ हमार त मानना बा कि भोजपुरी एगो अश्लील भाषा ह. बाकिर एह श्लीलता के परिभाषा कवनो दोसरा भाषा का मापदण्ड से ना नापल जा सके. अब एह पर चरचा कई बेर हो चुकल बा आ आगहूं होखत रही. से चलीं गाना सुनल जाव –
भोजपुरी के पहिलका वेबसाइट अंजोरिया डॉटकॉम के बीसवाँ बरीस चलि रहला बा आ अगिला महीना 19 जुलाई 2023 से एकर डेग 21वाँ साल में पड़े जा रहल बा. एह बीस बरीस में दुनिया बहुते आगा बढ़ल बा बाकिर एहमें टिकल रहला खातिर अपना जड़ से मजबूती से जुड़ल रहते आकाश में पसरे के कोशिशो होखत रहे के चाहीं.