दिल्ली के खरबपति कारोबारी आ बसपा नेता दीपक भारद्वाज के हत्या के कहानी सामने अइला का बाद सभे सन्न रहि गइल बा. दीपक भारद्वाज के मारे खातिर उनुकर आपन छोट बेटा नीतेश छह करोड़ रुपिया के सुपारी दिहले रहल. देश के अपराध जगत में अबले अतना महँग सुपारी केहू ना दिहले रहल. बेटा बाप से एहसे नाराज रहुवे कि ओकरे गर्लफ्रेंड से बाप आशिकाना पसार लिहलें आ ऊ औरत मालदार बाप का सोझा कम मालदार बेटा के छोड़ दिहलसि आ दीपक संगे रहे लागल. नीतेश के अनेसा हो गइल कि ओकर बाप कहीं ओह औरत से शादी मत कर लेव आ सगरी संपति ओकरा नामे कर देव.
नीतेश आ दीपक के वकील, जे सुपारी के इन्तजाम करवलसि, के गिरफ्तार कर लिहल गइल बा. शूटर पहिलही गिरफ्तार हो चुकल बाड़े सँ बाकिर वकील आ शूटरन के बीच के कड़ी एगो बाबा अबहियों फरार चलत बा.
नीतेश छह करोड़ के सुपारी ओह वकील के दिहलसि, वकील दू करोड़ में सुपारी एगो बाबा के थमा दिहलसि, बाबा ओहमें से दू लाख रुपिया शूटरन के दे के दीपक के मरवा दिहलसि. दू लाख रुपिया में छह सौ करोड़ के कारोबारी मरा गइल. बस अपना चाल चलन का चलते.