वाराणसी के बहुते पुरान कालीबाडी मन्दिर मे लागल देवी प्रतिमा 246 साल पुरान ह आ एह प्रतिमा के सालो भर पूजा होला.
बतावल जाला कि बरीसन पहिले जब दशमी के दिने प्रतिमा विर्सजन खातिर मूर्ति के उठावल जाए लागल त उ उठ ना पावल. तब कालीबाडी मंदिर के ज्योर्तिमय मुखर्जी बतवले कि देवी सपना में आ के प्रसून मुखोपाध्याय से कहले रही कि ऊ एहिजा से जइहें ना. एकरा बाद प्रतिमा के विसर्जन ना कइल गइल.
हर शारदीय नवरात्र मे मंदिर के घट के पानी बदल दिआला आ देवी प्रतिमा समेत सगरी प्रतिमा के नया वस्त्र आ आभूषण पहिरावल जाला. सगरी प्रतिमा एके पत्थर से जुड़ल बाड़ी स.
(वार्ता)