काल्हु फजीरे बोधगया का महाबोधि मंदिर पर भइल हमला के केन्द्र सरकार आतंकियन के करतूत बतवले बिया. बिहार में ई पहिला आतंकी वारदात भइल बा. दुख के बात ई बा कि महीनो पहिले चेतावनी मिलला का बादो बिहार सरकार एह मामिला के अनदेखी कइलसि. अबहियो स्थानीय प्रशासन पूरा कोशिश में बा कि एह घटना के स्थानीय लोग के करतूत बता दिहल जाव. अपना बड़बड़िया आदत खातिर जानल जाए वाला दिग्गी राजा त एह घटना के मोदी से जोड़ दिहले बाड़न. लिखले बाड़न कि एक दिन पहिले नरेन्द्र मोदी कहलन कि गठबन्हन तूड़े वाला नीतीश कुमार से कड़ा बदला लिहल जाई आ अगिले दिन ई वारदात हो गइल. बिहार सरकार के प्रशासन एह मामिला में विनोद मिस्त्री नाँव के एगो आदमी के पूछताछ ला हिरासत में लिहले बावे काहे कि ओकर पहचान पत्र वारदात का जगहा से मिलल बा.
संजोग इह बा कि एह वारदात से महाबोधि मंदिर के कवनो बड़हन नुकसान ना भइल आ ढेर लोग के नुकसान ना चहूँपल. दू गो बौद्ध भिक्षु एह वारदात में घवाहिल भइल बाड़ें. काल्हु पाँच आदमी के घवाहिल होखे के चरचा रहुवे.
एह आतंकी वारदात का बाद सारनाथ आ दोसरो बौद्ध धार्मिक जगहन पर सुरक्षा बढ़ा दिहल गइल बा.