आजु अतवार का दिने पूरा दुनिया माईभासा दिवस मनावल त भोजपुरी भाषा के संवैधानिक मान्यता के सवाल उठावत कई जगहा धरना प्रदर्शन आ विचार गोष्ठियन के आयोजनो भइल.
सबेरे दस बजे से साँझ ले दिल्ली के जंतर मंतर पर भोजपुरी के कईएक संगठन – भोजपुरी लैंग्वेज रिकग्निशन मूवमेंट के अगुआई में डिफेंडर, हमारा पूर्वांचल, लाल कला मंच, अखिल भारतीय भोजपुरी लेखक संघ, भोजपुरी भारती भोजपुरी जन-जागरण अभियान, भोजपुरी समाज (जमशेदपुर), छतीसगढ़ भोजपुरी परिषद्, पुरवैया, अल-हिन्द बारय भोजपुरी जमात (हौज़ काजी, दिल्ली), क्रिस्चियन भोजपुरी युवा मंच ( आयानगर, दिल्ली), प्रगतिशील भोजपुरी संघ (देवरिया) वगैरह – मिल के धरना दिहलें.
अलग बात रहल कि जंतर मंतर पर चलत दर्जनो धरना प्रदर्शनन का हल्लागुला में भोजपुरी के आवाज दबा जात रहुवे. मौका पर जुटल मुट्ठी भर लोग बतावत रहे कि भोजपुरिया लोग अबहियों पुरहर तरीका से एह आन्दोलन से जुड़ल नइखे आ एकर दोष खालि आयोजकने पर ना डालल जा सके.
साँझ बेरा दिल्ली के लोदी एस्टेट का सीडी देशमुख हॉल में भोजपुरी समाज दिल्ली का तरफ से एगो विचार गोष्ठी – भोजपुरी हमार माँ : मनन, मंथन और मंतव्य – के आयोजन भइल.
एह कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहलन राजस्थान का सांसद अर्जुन राम मेघवाल. भोजपुरी समाज दिल्ली के अध्यक्ष अजीत दूबे गोष्ठी के बीज वक्तव्य देत बहुते प्रभावकारी तरीका से भोजपुरी के हक के आधार बतवलें. संजय निरुपम भोजपुरी में आपन बात कहलन आ देर ले धाराप्रवाह बोललन जबकि अधिकतर वक्ता एकाध लाइन भोजपुरी में बोल के हिन्दी पर उतर जात रहलन. एह कार्यक्रम के शुरूआत बतावल समय से एक घंटा देरी से शुरू भइल रहे बाकिर खुशी के बात रहल कि सभागार में निकहा लोग मौजूद रहुवे.
ओने बिहार के सारण जिला के दिघवारो में भोजपुरी के मान्यता के सवाल उठावल गइल आ साथही एह मौका पर सारण जिला के कुछ लोग के सारण रत्न के सम्मान से सम्मानितो कइल गइल. सम्मानित होखे वालन में भोजपुरी अभिनेत्री वैष्णवी शामिल रहली.