यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव मुख्यमंत्री बनला का बाद अपना संपति के हिसाब किताब सार्वजनिक कर दिहलें, अब सगरी मंत्रियन से वइसहीं करे के कहल गइल बा. सगरी मंत्रियन के हर साल अपना संपति के ब्योरा देबे के पड़ी. साथही कहल गइल बा कि कवनो मंत्री पंद्रह हजार से अधिका के उपहार ना ले सकसु.