अपना मन के बाति कार्यक्रम में आजु पीएम सोदी देश के जनता से माफी मँगलन कि तीन हप्ता के लॉकडाउन से सभका परेशानी झेले के पड़त बा. बाकिर अतना बड़हन आबादी के कोरोना बिपति से बचावेला दोसर कवनो राहो नइखे. जब दुश्मन लउकत ना होखे त लुकाईए गइल बेहतर होला. अगर लॉकडाउन में इचिको कसर रहि जाई त कोरोना पर काबू ना पावल जा सकी. कहलन कि एह दौरान मामाजिक दूरी बनवले राखीं बाकिर दुराव ना होखे के चाहीं.
केन्द्र सरकार सगरी राज्यन से कहलसि कि कवनो हालत में प्रवासी कामगारन आ ओह लोग के परिवार के अइला गइला पर कड़ाई से रोक लगावल जाय. दिल्ली में बिगड़ल हालात का चलते दू गो अफसारान के निलम्बित कइल गइल आ दू जने अउरी से पूछल गइल बा कि अइसन हालात कइसे बनल आ एह तरह के विस्थापन पर समय रहते रोक काहे ना लगावल गइल. सबले दोषी ओह अधिकारियन के मानल गइल जे एह मजदूरन ला डीटीसी के बस मुहैया करवलें. देसरा तरफ यूपी आ बिहार सरकार साफ कह दिहले बाड़ी सँ कि दोसरा जगहा से आवे वाला लोगन के 14 दिन के एकांतवास में रहहीं के पड़ी. बढ़िया रहीं कि जे जहाँ बा ओहिजे रहो आ सरकार ओहिजो ओह लोगन ला छाजन-भोजन के इन्तजाम करवाई.
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा अपना गोल के सगरी राज्य ईकाईयन से कहलन कि एह ल़कडाउन का हालात में रोज कमाए वाला आ प्रवासी मजदूरन के खयाल राखल जाव. ओह लोग के हर जरुरी सहायता चहुँपावल जाव
कोरोना विपति का दौरान देश के स्वास्थ्य सेवा आ आर्थिक गतिविधियन के बनवले राखे आ बढ़ावे का दिशाईं नजर राखे ला एगारह गो मजगर समूह वबावल गइल. एगो अइसने समूह के अगुआ नीति आयोग के अधिकारी के बनावल गइल बा.
कोरोना इलाज में लागल स्वास्थ्य कर्मियन ला बीमा योजना के मंजूरी दे दिहलसि केन्द्र सरकार. एह बीमा से कोरोना इलाज में लागल करीब 22 लाख डाक्टर आ स्वास्थ्य कर्मियन के पचास पचास लाख के मुआविजा मिल पाई.
देशद्रोही गिरोह में शामिल मीडिया आ राजनीतिक गोल परेशान बाड़ें कि भारत में कोरोना से बड़हन संख्या में जान काहे नइखे जात. ई गिरोह ल़कडाउन के असफल करे ला कवनो हद ते गिरे खातिर तइयार बाड़ें. अमेरिका इंगलैन्ड के मीडिया अमेरिका इंगलैन्ड के बिगड़त हालात से ओतना चिन्तित नइखे जतना कि एह बाति से कि हिन्दुस्तान में कोरोना काल बनि के काहे नइखे उपटत. एहसे सगरी हिन्दुस्तानिचन से निहोरा बा कि देश के अइसनका दुश्मन के चीन्ह लेब आ एह लोग के हरकत का प्रभाव से बाचल रहे.