मान बढ़ाईं जा माटी के
दुअरा अंगना कहिया छिटकी मधुर किरिनिया भोर के
कहिया पन्ना पलटल जाई भारत माँ के लोर के ?
तमिल तेलगू बङला हिन्दी सब ह भारत के भाषा
अपना जगह सभे कंचन बा एको ना बाटे काँसा
हिन्दू मुस्लिम सिक्ख ईसाई भारत सबके जोर के ।
दाँतकटउवल रोटी में कइसे ई जहर घोराइ गइल
धरम नाम पर मार काट बुधिया बा कहाँ बिलाइ गइल
आग लगावल के ई सगरो बूतल अहड़ा खोर के ?
तूरल फारल मारल काटल कब ले बन्न कइल जाई
जाति धरम पर अलगा बिलिगी कहवाँ ले होखल जाई
महल बनेला खाँड़ा सोगहग ईंटा ईंटा जोरि के ।
आईं हमनीं सभ बइठीं सुख दुख आपन बतियाईं जा
घरफोरवा बा के हमनी के ओकर पता लगाईं जा
मान बढ़ाईं जा माटी के भेद भाव सभ छोड़ि के ।