भोजपुरी के एगो लोकप्रिय गीत हवे –
तोहरा से राजी ना ए बलमुआ, तोहरा से राजी ना.
हमके निंबुआ बिना तरसवलऽ बलमुआ, तोहरा से राजी ना.
आजु बिहार विधान सभा में एह सत्र के तिसरका नीतीश सरकार के विश्वास मत का दौरान एगो गजबे खेला हो गइल. कई दिन से फँउकत लालू पुत्र तेजस्वी यादव के दावा रहुवे कि खेला त अब होई. शुरु भलही चाचा कइले होखसु, खतम त भतिजवे करी. लोग के, आ ओहू ले अधिका मीडिया के महारथियनो के बुझात रहुवे कि जरुरे लालू पुत्र तेजस्वी का तरकस में कवनो अइसन तीर बा जवना से ऊ तीर चुनाव चिह्न वाला गोल जदयू के कुछ विधायक तूड़े में सफल हो जइहें.
आजु सबेरे ले का कहल जाव, दुपहरिया ले मीडिया के महारथी बेचैन रहलन कि कवनो तरह तेजस्वी के खेला हो जाव आ भाजपा के विरोध में एगो नया तीर मिल जाव. बाकिर अफसोस अइसन हो ना सकल. आ जवन भइल तवना के अनेसा सपनो में तेजस्वी ना कइले होखिहें. उनुकरे तीन गो विधायक पाला बदल लिहलेंं आ नीतीश का साथे हो गइलें. एहमें से दू जने – जेल से रिहाई पा के आइल आनन्द मोहन के पुत्र चेतन आनन्द आ मोकामा के बाहुबली का रुप में जानल जाए वाला अनंत सिंह के पत्नी नीलम यादव – का बारे में त कहल जा सकेला कि एह लोग पर कुछ दबाव बनावल गइल होखी. बाकिर प्रह्लाद यादव का बारे में अइसन कवनो बात ना कहा सके. आ साँच मानी त सबले अधिका झटका प्रह्लादे का पाला बदले के पड़ल होखी तेजस्वी पर.
अब आईं प्रह्लाद यादव का बारे में कुछ अउर जानकारी ले लीहल जाव.
1 मई 1960 के जनमल प्रह्लाद यादव बरीस 2015 से लगातार तीन बेर से विधायकी जीतत आइल बाड़न. बिहार के लखिसराय जिला के सूर्यगढ़ा से राजद के चुनिन्दा गढ़न में गिनवाए वाला प्रह्लाद के लालू परिवार कबो एह जोग ना बुझलसि कि उनुका के मंत्री बनावल जाय. जबकि स्वाभाविक रुप से उनुकर मनसा रहल होखी कि राजद उनको के मंत्री बनवा के उनुकर सम्मान करो. बाकिर वंशवादी राजनीति में जातो के ओतना भाव ना दीहल जाला जतना अपना परिवार के. राबड़ी, तेजप्रताप, तेजस्वी, साधु वगैरह के त मंत्री बनावल जा सकेला बाकिर यादव प्रह्लाद जइसन लोग एह जोग ना मानल जाव.
फोड़ा के इलाज ना होखे त एक ना एक दिन फूटबे करी आ तब सगरी मवाद बाहर निकल आई. आजुवो उहे भइल. सात बरीस से अपना प्रोमोशन ला तिकवत प्रह्लाद यादव के लागल होखी कि राजद में त शायद उनुका भाव ना मिले बाकिर जदयू में उनुका के भाव जरुर मिल जाई. आ इहो एगो संजोगे कहाई कि राजद के जवन तीन गो विधायक टूटलें ओहमें से एगो भूमिहार, एगो राजपूत, आ एगो यादव शामिल बाड़ें.
उमेद कइल त बेकार बा बाकिर सोचल जा सकेला कि शायद अब राजद अपना पुरान आ पोढ़ विधायकन के सम्मान करी आ सगरी मलाई अपने परिवार में ना बाँट गो थोड़ बहुत बाकिओ लोग के खिआई ना त कम से कम चटावत त जरूर रही.
से खेला त जरुर हो गइल बाकिर ओकरे साथे जे खेला होखे के दम भरत रहुवे. देखल जाव कि खेला होबे वाला नारा गढ़े वाली ममता के खेल कइसन रहत बा अगिला लोकसभा चुनाव में.