भोजपुरी के पुरनका लिपि कैथी के संजोए के काम

नालंदा खुला विश्वविद्यालय में बिहार के सात सौ साल पुरान कैथी लिपि के संजोए के काम शुरू भइल बा. भोजपुरी पहिले एही लिपि में लिखात रहुवे बाकिर बाद में एह लिपि के जानकार कम होखत गइलें आ बहुते कमे लोग एकर जानकार बाँचल बा. गुजराती लिपि आ कैथी में बहुते समानता देखे के मिलेला. एह लिपि के नाम कायस्थ जाति का नाम पर बा काहे कि लिखे पढ़े के काम एक जमाना में एही लोग का लगे रहत रहुवे.

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रास बिहारी सिंह बतवले कि कैथी लिपि में लिखाइल शिलालेखन, दस्तावेजन अउर पाण्डुलिपियन के संजोवल जाई.

Loading

Scroll Up