नयी दिल्ली 09 अप्रैल. राजनीति में नया नया शब्दावलि आ परिभाषा गढ़ेवाला काम क के सोमार का दिने एगो नया तरीका के शुरुआत क दिहलें कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी.
हचक के नाश्ता कइला का बाद कांग्रेसी गोल के नेता अपना नेता के उपवास के उपहास करावल राजघाट प महात्मा गाँधी के चलावल सत्याग्रह का बदले सत्ताग्रह करत लउकन. एही पर सोशल मीडिया जम के मखौल उड़ावत कहलसि कि सोरह सोरह सोमार के भरदिन उपवास कइला का बादो बहुते लइका लइकी कुंवारे रहि जालें आ ई एक सोमार के चार घंटा उपवास क के देश के प्रधानमंत्री बनल चाहत बाड़ें.
सबसे त अचरज भइल ई देखि के राहुल के कवनो रणनीतिकार ई ना बतवलन कि एह तरह के डिजायनर उपावास कइला से एकर उपहासे होखी. आ हद त तब हो गइल जब कांग्रेस के बोलतुआ लोग एह फाटल झंडा पर रफुगिरी करे चहलन. एगो देवी जी के कहना रहल कि राहुल का साथे 40 गो अउरीओ नेता उपास कइले रहलें राजघाट पर आ अगर चार चारे घंटा ई लोग फास्ट कइलसि त कुल मिला के 160 घंटा के उपास हो गइल आ ई करीब सात दिन का बराबर रहल. एहसे ई उपवाल त गजबे के मानल जाए के चाहीं.
बाकिर साचहुँ राहुल गाँधी लाजवाब नेता हउवें. दोसर कवनो नेता अतना बेशरमी करिए ना सके आ एकरा के चुनौती कहल जा सकेला हर गोल के नेता ला. अगर हिम्मत होखे त केहु कवनो मुद्दा पर 100 मिनट के उपवास कर के देखा देव.