हिन्दू सभ्यता के खत्म करे के साजिश : माओवादी आ जेहादी हाथ मिलवले

– पाण्डेय हरिराम

दक्षिण एशिया में पहिला बेर वामपंथी अउर कट्टरपंथी ताकतन के ध्रुवीकरण होखे के सबूत मिलल बा. अल कायदा के नम्बर तीन सुप्रीम कमांडर सईद अल मासरी उर्फ मुस्तफा अबू ला याजिद के डायरी का मुताबिक पश्चिम बंगाल आ उड़ीसा के 40 गो नक्सली आ माओवादियन के एगो समूह के अल कायदा अफगानिस्तान के खोस्त आ पाकिस्तान के गारदेज के बीच अपना खास कैम्प में विमान अपहरण आ मामूली रसायनन से बेहद खतरनाक विस्फोटक बनावे आ आ ओकरा उपयोग के ट्रेनिंग दे रहल बा. ई समूह भारत का नक्सल प्रभावित इलाकन में आपन कार्रवाई करी आ जरुरत पड़ल त इस्लामी चरमपंथियों के हमला करे में मदद करी. एकनी के इरादा पूरा देश के रेड कॉरिडोर आ जिहाद जोन में बदल देबे के बा.

इसराइली खुफिया विभाग से जुड़ल एगो अंग मेमरी (MEMRI; middle east media reaserch institute) अबू याजिद के डायरी के कुछ पन्नन के प्रामाणिक अंगरेजी अनुवाद भारतीय खुफिया एजेंसियन के दिहले बा. ई डायरी कुछ हफ्ता पहिले अमरीकी ड्रोन हमले में मरा गइल अबू याजिद के सामान से अमरीकी जासूस बरामद कइले रहले. अबू अल कायदा का मिलीटरी आपरेशन आ ट्रेनिंग प्रमुख रहुवे.

डायरी का अनुसार एह ट्रेनिंग के मुख्य उद्देश्य अलकायदा आ माओवादियन के बीच सामंजस्य बनावे के बा जवना से दुनु एक दूसरा के लक्ष्य हासिल करे में मदद करीहे. भारतीय खुफिया एजेंसियन के मानना बा कि माओवादी कोलकाता, भुवनेश्वर, पटना, रांची आ भोपाल हवाई अड्डन से एके दिन भा अलगा- अलगा समय में विमानन के अपहरण कर सकेले. एह में माओवादियन के पहुंच अतना गहीर बा कि ओकनी के चिन्हल भा कवनो कार्रवाई (एक्शन) करे से रोक पावल बहुते कठिन बा. एकरा साथ ही अपना प्रभाव वाला इलाकन वे ऊ अल कायदा आ ओकरा से जुड़ल संगठनन के लॉजिस्टिक सपोर्टो दे सकेले सँ. वइसे त भारत में अलकायदा के अस्तित्व नइखे बाकिर ओकर आ लश्कर-ए-तय्यबा के काम इंडियन मुजाहिदीन आ प्रतिबंधित संगठन सिमी के सदस्य देखेले सन. जहां तक सिमी के अंडरग्राउंड सदस्यन के सवाल बा त ऊ कहे खातिर त अंडरग्राउंड बाड़े बाकिर ऊ सब दोसरा चोला में एकदम सामने बाड़े, खास कर के छात्र संगठनन सदस्यन के रूप में. खुफिया एजेंसियन के कहना बा कि पश्चिम बंगाल आ झारखंड दू गो अइसन प्रांत हउवं जहां के मजदूर संगठननो में सिमी के घुसपैठ बा आ ई कबहियो अपना मंसूबा के अंजाम दे सकेले आ बाद में सगरी दोष नक्सलियन का नामे डाल दीहे.

डायरी का मुताबिक भारत के एगो पड़ोसी देश में दिल्ली से मित्रता राखे वाली सरकार के कुछ वरिष्ठ मंत्रियन के हत्यो कइल इस्लामी कट्टरपंथियन का लक्ष्य में शामिल बा आ एहमें धुर वामपंथी तत्व ओकनी के मदद करीहे. विशेषज्ञन के मानना बा कि ई संकेत बंगलादेश खातिर बा आ अनेसा बा कि निशाना पर शेख हसीना वाजिद बाड़ी. शेख हसीना के सत्ता में अइला से बंगलादेश में आतंकी गिरोहन के आमद-रफ्त कम हो गइल बा आ ओकनी के कठिनाइयन के सामना करे के पड़त बा. एहिजा ई बता दिहल प्रासंगिक होखी कि बंगलादेश में सेना तक में पाकिस्तान समर्थक तत्वन के बड़हन तादाद बा.

कुछ दस्तावेजन में बाबरी मस्जिदो के हवाला बा. कहल गइल बा कि ‘बाबरी मस्जिद के फैसला हमनी का खिलाफ जाय त ठीक रही. काहे कि तब हिन्दुस्तान में उपद्रव करे के घोषित बहाना मिल सके”. दस्तावेज में संकेत दिहल गइल बा कि इंडिया के ..रेड कोरिडोर.. आ ..जिहादी जोन.. में बदल दिहला का बाद तोडफ़ोड़ आ छल से एगो नया सभ्यता के सूत्रपात कइल जाई. दस्तावेज में एकरा के “सिविलाइजेशन-जिहाडिस्ट प्रोसेस..” कहल गइल बा. एकरा माध्यम से ऊ हिन्दू सभ्यता के खतम कर देबे के सपना बुनत बाड़े. ओकनी के मानना बा कि भारत का चारों तरफ गैर हिन्दू भा हिन्दू विरोधी सरकार बाड़ी सँ आ एह योजना से ऊ “ग्रैंड इस्लामिक किंगडम ऑफ अल्लाह…” बहुते सहूलियत से स्थापित कर लीहें.


पाण्डेय हरिराम जी कोलकाता से प्रकाशित होखे वाला लोकप्रिय हिन्दी अखबार के संपादक हईं आ ई लेख उहाँ का अपना ब्लॉग पर हिन्दी में लिखले बानी. अँजोरिया के नीति हमेशा से रहल बा कि दोसरा भाषा में लिखल सामग्री के भोजपुरी अनुवाद समय समय पर पाठकन के परोसल जाव आ ओहि नीति का तहत इहो लेख दिहल जा रहल बा.अनुवाद के अशुद्धि खातिर अँजोरिये जिम्मेवार होखी.

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