माई से बढ़के ना गुरू भगवान

– ओमप्रकाश अमृतांशु (माई के दिन प खास क के) माई से बढ़के ना गुरू, भगवान , माई देवी, माई दुर्गा सबसे महान. आँचरा के छईयां में दुधवा पिआइके, मुखवा…

मईया करेली सिंगार

– ओमप्रकाश अमृतांशु लह-लह लहसेला नीमिया के गछिया, शीतल बहेला बेयार, ताहि तर मईया करेली सिंगार. सोनरा के बिटिया झूमका ले आइल, ले अइली गरवा के हार, अद्भूत रूपवा चमकेला…

जुलूम कइलस रे…..

– ओमप्रकाश अमृतांशु कांचे कोंपलवा मड़ोड़ि दिहलस रे, इंसान रूपी गीधवा जुलूम कइलस रे. खेलत-कुदत-हँसत रहले हियरवा, अनबुझ ना जाने कुछु इहो अल्हड़पनवा, रोम-रोम रोंवां कंपकंपाई दिहलस रे, इंसान रूपी…

देवी गीत

– ओमप्रकाश अमृतांशु रुनु-झुनू, झुनू-झुनू झुनके पैजनिया. खनके कंगना . मोरी देवी अइली डुमरी के फुल हो, झुलुअवा लगावऽ अंगनवा ना. शुभ नवरात शुभे-शुभे घरी आइल, चंपा-चमेली फुल केदली फुलाइल,…

Scroll Up